मेरठ में महिलाओं ने झंझटों से मुक्त होकर डीएल के लिए किया आवेदन, मिशन शक्ति के तहत संभागीय परिवहन कार्यालय में शिविर का हुआ आयोजन
संभागीय परिवहन कार्यालय मेरठ में मिशन शक्ति के तहत आयोजित शिविर में महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस बनाए गए। इससे उन्हें साइबर कैफे पर जाने और अन्य परेशानियों से मुक्ति मिली। डाक्युमेंट की पड़ताल के लिए भी उन्हें भटकना नहीं पड़ा काउंटर पर ही सभी औपचारिकताएं पूरी की गईं।
मेरठ, जेएनएन। मिशन शक्ति के तहत संभागीय परिवहन कार्यालय में महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने को शिविर आयोजित किया गया। काफी संख्या में छात्राएं भी लाइसेंस बनवाने पहुंचीं।
विशेष रूप से बनाए दो काउंटर
सारथी भवन के प्रथम तल पर महिलाओं के लिए विशेष रूप से दो काउंटर बनाए गए थे। महिलाओं की डाक्युमेंट की पड़ताल के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ा। काउंटर पर ही सभी औपचारिकताएं पूरी की गई। काउंटर पर मौजूद कर्मचारियों ने लाइसेंस बनवाने के लिए आनलाइन आवेदन किया और उनको मिले स्लाट की तिथि के अनुसार निर्धारित तिथि पर आने के लिए कहा। अमूमन आवेदन के लिए लोगों को साइबर कैफे या कंप्यूटर सेंटर पर जाना जाना पड़ता है। जहां पर संचालक 100 से 200 रुपये फीस आवेदन के नाम पर ले लेते हैं। कई बार दलाल जल्दी लाइसेंस बनवाने के नाम पर डेढ़ से दो हजार रुपये ऐंठ लेते हैं। बुधवार को आई महिलाएं को इन सब झंझटों से मुक्ति मिली। हालांकि काउंटर पर कोई महिला कर्मचारी नजर नहीं आई पुरुष कर्मचारी ही कंप्यूटर पर काम करते नजर आए। आरटीओ डा. विजय कुमार ने बताया कि शाम चार बजे तक 70 महिलाओं के लाइसेंस बनवाए गए। इनमें छात्राएं भी शामिल थीं।