व्यापारी ने WhatsApp Group में डाली सीएम की आपत्तिजनक वीडियो, साइबर सेल वीडियो की करेगी जांच
व्यापारियों के एक ग्रुप में एक व्यापारी ने सीएम योगी का आपत्तिजनक वीडियो डाल दिया। जिसके बाद से ही ग्रुप के अन्य सदस्यों और भाजपाईयों ने व्यापारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है
मेरठ, जेएनएन। हैंडलूम व्यापारी ने एक वाट्सएप ग्रुप में मुख्यमंत्री की आपत्तिजनक वीडियो डालने से हंगामा खड़ा हो गया। ग्रुप के अन्य सदस्यों के विरोध जताने पर व्यापारी ने वीडियो डीलिट करते हुए ग्रुप को छोड़ दिया। व्यापारी की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, वीडियो कहां से आई, इसकी जांच साइबर सेल की टीम करेगी।
ग्रुप के अन्य सदस्य और भाजपाईयों ने दी तहरीर
कोतवाली के खंदक बाजार में कपड़े का बड़ा काम होता है। बाजार में ही दिलीप कुमार गुप्ता का घर और दिलीप हैंडलूम के नाम से फैक्ट्री है। व्यापारियों ने हैंडलूम वस्त्र व्यापार संघ के नाम से एक WhatsApp Group भी बना रखा है। व्यापारी रमन गुप्ता ने बताया कि सुबह करीब दस बजे दिलीप गुप्ता ने ग्रुप में सीएम योगी आदित्यनाथ की आपत्तिजनक वीडियो डाली। इसका सभी ने विरोध किया। इसके बाद उन्होंने वीडियो को डीलिट करते हुए ग्रुप को छोड़ दिया। इसकी जानकारी पर बीजेपी से जुड़े सदस्य भी बाजार में पहुंच गए और आरोपित के खिलाफ विरोध जताया। दोपहर के समय व्यापारी और बीजेपी कार्यकर्ता एकत्र होकर कोतवाली पहुंचे और तहरीर दी। शिकायत पर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली प्रभारी देवेश शर्मा ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान व्यापारी नील कमल, अंकुर गोयल, दीपक शर्मा, विशाल ङ्क्षबदल, सूर्य प्रकाश बिंदल, राजीव रस्तोगी आदि मौजूद थे।
...तो कौन-सी आफत आ गई
व्यापारियों ने बताया कि दिलीप गुप्ता आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ है। वह पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। जब सभी ने उनसे वीडियो डालने के बारे में जानकारी की तो उनका जवाब बेहद ही हैरान करने वाला था। उनका कहना था कि वीडियो ही तो डाली है, कौन-सी आफत आ गई। डाल दी तो डाल दी। पुलिस के सामने भी वह कुछ इसी तरह से बात कर रहे थे।
साइबर सेल पता लगाएगी
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि व्यापारी के पास वीडियो कहां से आई। वह किन-किन ग्रुपों में उसे शेयर कर चुके हैं। इसके अलावा भी कहीं पहले भी तो वह ऐसा नहीं कर चुके हैं। इसके बारे में साइबर सेल की टीम पता लगाएगी। साथ ही वीडियो बनाने वाले पर भी कार्रवाई होगी।