जागरण पड़ताल : संक्रमण का अड्डा न बन जाए मेरठ का भैंसाली स्टैंड, तस्‍वीरों में देखें लापरवाही

कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। बावजूद इसके बस अड्डों पर बचाव को लेकर आमजन में जागरूकता की कमी नजर आ रही है। रोडवेज में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के अनुपालन के प्रति सरकारी तंत्र लापरवाह है।

By Edited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 12:22 PM (IST)
जागरण पड़ताल : संक्रमण का अड्डा  न बन जाए मेरठ का भैंसाली स्टैंड, तस्‍वीरों में देखें लापरवाही
मेरठ बस स्‍टैंड पर बिना मास्‍क के अपने बच्‍चों के साथ जाती महिला। जागरण

मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। बावजूद इसके बस अड्डों पर बचाव को लेकर आमजन में जागरूकता की कमी है। रोडवेज में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के अनुपालन के प्रति सरकारी तंत्र लापरवाह है। स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देश केवल पोस्टर और उद्घोषणा तक सीमित हैं। भैंसाली बस अड्डे पर स्टाफ और यात्रियों को देख कर लगता ही नहीं यहां पर कोरोना संक्रमण को लेकर कोई खौफ है।

मंगलवार दोपहर में दैनिक जागरण की टीम भैंसाली बस अड्डे पर जायजा लेने पहुंची तो चौंकाने वाली हकीकत सामने आ गई। 11. 50 बजे उद्घोषणा हो रही है कि बस अड्डे के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और हाथों को सैनिटाइज कराएं। इसके बावजूद न दिल्ली जाने वाली बसों के प्रवेश द्वार और न ही मुजफ्फरनगर जाने वाली बसों के निकासी द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है। मुजफ्फरनगर बूथ के पास पैर से पुश कर हाथों को सैनिटाइज करने वाला जुगाड़ रखा है पर कोई यात्री हाथों को सैनिटाइज नहीं कर रहा है। 12.06 बजे बस अड्डे पर जगह-जगह चालक-परिचालक खड़े हैं, जिनमें अधिकतर के चेहरे पर मास्क नहीं है। एक पुरुष तीन बच्चों और महिला के साथ गंतव्य को जाने के लिए बस ढूंढ रहा है। महिला के सिवाय किसी ने मास्क नहीं पहन रखा है।

इसी तरह शेड के नीचे सीटों पर पास-पास बैठकर बसों का इंतजार कर रहे यात्रियों में से एक-दो को छोड़कर किसी ने भी मास्क नहीं लगा रखा है। 12.20 बजे खतौली डिपो की बस निर्धारित प्लेटफार्म से रवाना हो रही है। इसी तरह बस गाजियाबाद भी जा रही है, लेकिन चालक-परिचालक के चेहरों पर मास्क नहीं है। यहां तक बस में बैठे लोगों में भी कई ने मास्क नहीं लगा रखा है। गाजियाबाद, दिल्ली और अन्य जिलों से आने वाली बसों के खाली होने के बाद कोई सैनिटाइजेशन नहीं हो रहा है।

नियमानुसार चालक-परिचालक हर बड़े स्टेशन पर यात्रियों के उतरने के बाद सीटों और हैंडल आदि को सैनिटाइज करेंगे। गुटखा खाने पर जुर्माना और बेचने पर बस अड्डे पर धूमपान करने और पान मसाला व गुटखा खाने पर 200 रुपये का जुर्माना है, लेकिन प्रवेश द्वार पर ही गुटखा बिक रहा है। खाने-पीने का सामान बेचने वाले भी बेरोकटोक मास्क हटाए बसों पर चढ़ते-उतरते रहे।

इन्होंने कहा-

बस अड्डे पर दूसरे राज्यों की बसें भी आ रही हैं। इस बात का पूरा प्रयास किया जाता है कि बिना थर्मल स्क्री¨नग के यात्रियों को बस अड्डे पर प्रवेश न दिया जाए। समय-समय पर मास्क पहनने की हिदायत भी दी जाती है। चालकों-परिचालकों को मास्क पहनना अनिवार्य है। अगर कोई चालक-परिचालक बिना मास्क के पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -राजेश कुमार, एआरएम

chat bot
आपका साथी