अक्षय तृतीया पर फीकी रही सराफा बाजार की चमक

अक्षय तृतीया पर आभूषण नगरी में कारोबार की चमक फीकी रही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:15 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:15 AM (IST)
अक्षय तृतीया पर फीकी रही सराफा बाजार की चमक
अक्षय तृतीया पर फीकी रही सराफा बाजार की चमक

मेरठ,जेएनएन। अक्षय तृतीया पर आभूषण नगरी में कारोबार की चमक फीकी रही। सोने के सिक्कों की आनलाइन बिक्री हुई जरूर है, लेकिन व्यापार पिछले साल की तुलना में बेहद कम रहा। गत वर्ष भी लाकडाउन था, लेकिन बाहर के व्यापारियों ने आर्डर देकर आभूषण बनवाए थे। इससे कारोबार 50 से 60 करोड़ का हो गया था। इस बार यह केवल फुटकर आनलाइन बिक्री तक ही सीमित रहा। आनलाइन सिक्कों और आभूषण की बिक्री की सुविधा बड़े सराफा व्यापारियों द्वारा दी गई थी। छोटे सराफा व्यापारियों की दुकानें बंद ही रहीं। एक अनुमान के अनुसार पाच करोड़ से भी कम का आनलाइन व्यापार हुआ है। मेरठ में आनलाइन सोने के सिक्कों की ट्रेडिंग पिछले साल से शुरू हुई थी। अभी यह कम है। पर इस बार पिछले वर्ष की तुलना में यह बढ़ा है। लोगों का रुझान अब आनलाइन ज्वैलरी और सिक्कों की ओर बढ़ रहा है।

विकास सक्सेना, स्टोर हेड, मनोहर लाल सराफ एंड संस ज्वैलर्स हमने सोने और चादी के सिक्कों के साथ ज्वैलरी की बिक्री की पेशकश आनलाइन की थी। पर लोगों का रुझान सिक्कों तक सीमित रहा। लोगों ने शगुन के रूप में खरीदारी की है।

सुमित सिंघल, मिराज ज्वैलर्स अक्षय तृतीया के दिन का सराफा व्यापारियों को साल भर इंतजार रहता है। मेरठ में कारोबार का मुख्य दारोमदार थोक बिक्री पर रहता है। पश्चिम उत्तर प्रदेश ही नहीं दिल्ली और राजस्थान के व्यापारी यहा आभूषण बनवाते हैं। इस बार पूरी तरह मायूसी छायी रही।

डा. संजीव अग्रवाल,

अध्यक्ष युनाइटेड ज्वैलर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन आठवीं किस्त पा कर खिले किसानों के चेहरे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त जारी करते ही जनपद के सैकड़ों किसानों के चेहरे खिल उठे। कितने किसानों को खातों में 2000 रुपये पहुंचे यह कुछ दिनों बाद पता चलेगा। सातवीं किस्त के आंकड़ों के अनुसार 84074 लोगों को इसका लाभ मिला था, जबकि पहली किस्त में 203926 किसान लाभांवित हुए थे। किसानों को जैसे पता चला उन्होंने बैंक खाते का बैलेंस पता करना शुरू किया। शुक्रवार को बैंक बंद था। आठवीं किस्त में प्रदेश के 261.5 लाख किसानों के खाते में 5230 करोड़ रुपये से अधिक की रकम स्थानातरित हुई है।

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