कोंकणी झुमकी और कांजीवरम साड़ी पहन दीपिका स्टाइल में सजेगी दुल्हनिया
इस बार वेडिंग सीजन में दुल्हनों को दीपिका स्टाइल खूब लुभा रहा है।
मेरठ (जेएनएन)। शादी के सीजन में पांच सालों से अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का स्टाइल फॉलो किया जा रहा है। फिर चाहे वह फिल्म रामलीला हो या फिर बाजीराव मस्तानी में दीपिका द्वारा पहने गए परिधान और गहने। पिछले सीजन में उनका पद्मावत लुक भी काफी पसंद किया गया था। इस बार उनके रियल लुक की चर्चा है। अपनी शादी में दीपिका ने कांजीवरम परिधानों के साथ कोंकणी स्टाइल के पारंपरिक गहने पहने थे।
कांजीवरम साड़ी का इतिहास
कांजीवरम साडिय़ां दक्षिण भारत में तमिलनाडू के कांजीपुरम शहर में बनाई जाती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार कांजीवरम साड़ी के बुनकरों को महर्षि मार्कण्डेय का वंशज माना गया है, जो कमल के फूल के रेशों से स्वयं देवताओं के लिए बुनाई किया करते थे। वहीं, कुछ ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार राजा कृष्णदेव राय के समय से कांजीवरम साडिय़ां अपनी श्रेष्ठ कारीगरी के लिए जानी जाती हैं। प्रत्येक कांजीवरम साड़ी के निर्माण में श्रेष्ठ क्वालिटी के मलबरी सिल्क का प्रयोग किया जाता है। कांजीवरम सिल्क साडिय़ां पारंपरिक हाथ की बुनाई से तैयार की जाती हैं, जिसे कोरवई तकनीक कहते हैं। कोरवई साड़ी में बॉर्डर और पल्लू एक ही रंग का होता है और इनके रंग काफी ब्राइट होते हैं। कांजीवरम साड़ी की जरी की बुनाई में असली चांदी और सोने का प्रयोग भी किया जाता है। एक साड़ी तैयार करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगता है।
कांजीवरम साडिय़ों की खासियत
कांजीवरम साड़ी की चौड़ाई अन्य सिल्क साडिय़ां से ज्यादा होती है। जहां एक आम साड़ी की चौड़ाई 45 इंच होती है, वहीं कांजीवरम साड़ी की चौड़ाई 48 इंच रखी जाती है। कांजीवरम साडिय़ों में डिजाइन के लिए सूर्य, चंद्रमा, मोर, हंस, रथ और मंदिर के चित्रों का अधिक प्रयोग होता है।
लहंगा नहीं, शादी में अब साड़ी की डिमांड
युवतियों की पसंद बदल रही है और अब वह हैवी लहंगा नहीं बल्कि पारंपरिक डिजाइन की कांजीवरम और बनारसी साडिय़ां अधिक पसंद कर रही हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है सेलेब्रिटी द्वारा इन साडिय़ों को पहनना। इनमें लाल, गुलाबी और नारंगी रंग सबसे ज्यादा डिमांड में है। कांजीवरम साड़ी की कीमत पांच हजार से एक लाख रुपये तक है।
-सुरेखा कश्यप, सुमन साड़ी आबूलेन
दक्षिण भारतीय ज्वेलरी में टेम्पल ज्वेलरी की मांग काफी समय से है और महिलाएं इसे काफी पसंद भी करती हैं। अब कोंकणी डिजाइन की ज्वेलरी की मांग होने पर उन्हें भी मंगवाया जाएगा।
-आकाश मांगलिक भगत ज्वेलर्स आबूप्लाजा