नरेश टिकैत ने बताया- करनाल में हुई किसानों पर लाठीचार्ज के पीछे सरकार की क्या है मंशा, लगाए गंभीर आरोप
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने हरियाणा के करनाल में टोल पर किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने आगे कहते हुए कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होने कहा कि इसके पीछे सरकार षड्यंत्र कर रही है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन और किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर जारी है। किसान आंदोलन को बल देने के लिए किसान नेता अपने- अपने क्षेत्र में भरपूर प्रयास कर रहे हैं। नई- नई रणनीति तैयार की जा रही है। किसानों को एकजुट लाने के लिए गांव गांव जाकर किसान नेता भाकियू कार्यकर्ता संपर्क कर रहे हैं। इसी बीच मुजफ्फरनगर में होने वाली पांच सितंबर को महापंचायत को लेकर भी तैयारियों में भाकियू के कार्यकर्ता लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि इस महापंचायत में देशभर से किसान जुटेंगे। जिसको सफल बनाने के प्रयास जारी हैं। इसी बीच में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
'सरकार कर रही है षड्यंत्र'
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने हरियाणा के करनाल में टोल पर किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने आगे कहते हुए कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने इसको लेकर यह भी कहा कि यह सब पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कालेज में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार का षड्यंत्र हैं। देशभर के किसान सरकार के षड्यंत्र को समझ गए हैं। चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले किसानों से ढेरों वादे किए थे, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए। परेशानियों के चलते किसानों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है। पांच सितंबर की महापंचायत एतिहासिक होगी, जिसमें देशभर से किसान शामिल होंगे।
हरियाणा के करनाल में बस्ताड़ा टोल पर आन्दोलित किसानों पर लाठी चार्ज दुर्भाग्यपूर्ण है 5 सितंबर मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार षड्यंत्र रच रही है देशभर के किसान पूर्ण रूप से तैयार रहें । एसकेएस के फैसले का पालन करें।#FarmersProtest
— Naresh Tikait (@NareshTikait) August 28, 2021
लाठीचार्ज की कीमत चुकाएगी सरकार: रमा
रालोद की राष्ट्रीय सचिव रमा नागर ने हरियाणा के करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने कहा कि किसान पसीना बहाकर देश का पेट भरता है, जबकि किसान किसानों का लहू बहा रही है। हरियाणा सरकार को किसानों पर लाठीचार्ज की कीमत चुकानी पड़ेगी। किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी।
किसानों की महापंचायत
पांच सितंबर को होने वाली महापंचायत को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि यह पंचायत इतिहासिक होगी। इससे कृषि कानूनों को वापस कराने में बल मिलेगा। इससे निश्चित ही किसान आंदोलन को बल मिलेगा। नरेश टिकैत ने कहा कि यह सिर्फ भाकियू की ही नहीं बल्कि किसानों की महापंचायत है। इसमें देशभर के किसान एकत्रित होंगे।