भाजपा युवा मोर्चे में बड़ा उलटफेर, क्षेत्रीय अध्यक्ष आयुष पंवार को पद से हटाया

भाजपा की क्षेत्रीय इकाई से गुर्जर चेहरा गायब। चार माह में आयुष पंवार को पद से हटाया गया, तमाम आरोपों के जरिए हुई घेरेबंदी।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 04:12 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 04:12 PM (IST)
भाजपा युवा मोर्चे में बड़ा उलटफेर, क्षेत्रीय अध्यक्ष आयुष पंवार को पद से हटाया
भाजपा युवा मोर्चे में बड़ा उलटफेर, क्षेत्रीय अध्यक्ष आयुष पंवार को पद से हटाया
मेरठ (जेएनएन)। लोकसभा चुनावों से पहले पश्चिमी उप्र की क्षेत्रीय इकाई ने भूकंप का पहला झटका झेला। पार्टी के अंदर का सुलगता लावा बुधवार को फट पड़ा। महज चार माह पहले युवा मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाए गए आयुष पंवार को हटाकर उनके स्थान पर मुरादाबाद के राजू कालरा को जिम्मा दे दिया गया। पार्टी में लंबे समय से तमाम प्रकार की चर्चाएं थीं। कई बड़े चेहरों की साख पर भी सवाल खड़े हुए हैं। 
क्षेत्रीय इकाई पर खड़े हुए सवाल
पश्चिमी उप्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी ने तमाम विरोधों के बावजूद 24 जुलाई को आयुष पंवार को क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया था। सियासी कद कम होने के बावजूद कैंपस की राजनीति का अनुभव, गुर्जर चेहरा एवं क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी के करीबी होने का भी फायदा मिला। आरोप लगा कि आयुष इससे पहले सपा नेता अतुल प्रधान के साथ भी रह चुके हैं। मेरठ में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति के बाद आयुष का समीकरण लड़खड़ाने लगा। इधर, प्रदेश महामंत्री एवं जाट चेहरा मोहित बेनीवाल ने युवा मोर्चा का क्षेत्रीय प्रभारी बनकर आयुष की घेरेबंदी तेज की। आयुष को लेकर तमाम चर्चाएं रहीं। उधर, माना जा रहा है कि कई राज आयुष के पास भी थे, जिसे दबाने के लिए उन्हें युवा मोर्चे का प्रदेश मंत्री बना दिया गया।
गुर्जर राजनीति में उबाल...सोशल साइटों पर आयुष को समर्थन
आयुष पंवार को हटाने के साथ ही क्षेत्रीय इकाई से गुर्जर प्रतिनिधित्व खत्म हो गया। महिला एवं किसान मोर्चा पर जाट काबिज है। आयुष पंवार को हटाकर युवा मोर्चा भी जाट को दे दिया गया। उधर, फेसबुक पर आयुष के समर्थन में गुर्जर वर्ग के लोग तमाम पोस्ट कर चुके हैं। उनका दावा है कि पार्टी जाटों के आगे गुर्जरों को लगातार दबा रही है। तीन लाख गुर्जर वोट मुकर गए तो पार्टी के लिए मुश्किल होगी। उधर, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रहे रवींद्र भड़ाना को हटाकर जिलाध्यक्ष बनाया गया। इससे पूर्व उपाध्यक्ष रहे गुर्जर चेहरा जितेंद्र वर्मा की घेरेबंदी कर उन्हें हाशिए पर धकेल दिया गया। गुर्जरों में चर्चा है कि जाटों को जरूरत से ज्यादा तवज्जो देकर भी कैराना एवं नूरपुर में हारना पड़ा। उधर, इस समीकरण के बाद गुर्जर चेहरे को योगी मंत्रिमंडल में शामिल करने का दबाव जरूर बढ़ेगा। उधर, आयुष पंवार का कहना है कि पार्टी ने उन्हें प्रदेश मंत्री का जिम्मा दिया है, और हमेशा की तरह अनुशासित कार्यकर्ता की भांति वह प्रवास कर पार्टी का कार्य करेंगे।  
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