कोरोना से 20 गुना खतरनाक है बर्ड फ्लू..बस पक्षियों से बचिए

कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू भी नहीं हुई कि भारत के दर्जनों राज्यों में बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू ने दस्तक दे दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 08:15 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 08:15 AM (IST)
कोरोना से 20 गुना खतरनाक है बर्ड फ्लू..बस पक्षियों से बचिए
कोरोना से 20 गुना खतरनाक है बर्ड फ्लू..बस पक्षियों से बचिए

मेरठ, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू भी नहीं हुई कि भारत के दर्जनों राज्यों में बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू ने दस्तक दे दी है। सिर्फ बचाव ही इसका इलाज है। कबूतरों और अन्य पक्षियों को कुछ दिनों तक दाना डालना बंद कर दें। हालाकि देश में बर्ड फ्लू का कोई मरीज नहीं मिला है। यह वायरस मनुष्यों में एक दूसरे के बीच ज्यादा नहीं फैलता। ऐसे में पक्षियों से बचना ज्यादा जरूरी है। यह वायरस आख, नाक व मुंह से प्रवेश करते हैं। इसमें भी कोराना की तरह सास फूलने, जुकाम, खासी, कफ, मासपेशियों में दर्द, उल्टी, सिरदर्द व पेट दर्द के लक्षण उभरते हैं। लेकिन यह कोरोना से 20 गुना ज्यादा खतरनाक है। पीसीआर टेस्ट से वायरस का पता किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक बर्ड फ्लू में मौत की दर ज्यादा है, ऐसे में लक्षणों पर नजर रखें।

क्या है बर्ड फ्लू

-चीन में 1997 में पहली बार बर्ड फ्लू मिला। यह पक्षियों में आपस में तेजी से फैलता है।

-इन्फ्लुएंजा वायरस के 11 प्रकार हैं, जिसमें एच5एन1 बर्ड फ्लू की वजह बनता है।

-संक्रमण से आठ दिन के अंदर बुखार के साथ संक्रमण उभरता है।

चिकन पूरी तरह उबाल कर खाएं

-जीवित या मृत पक्षी के आसपास न जाएं

-उबला अंडा व पका चिकन खाने से वायरस नष्ट हो जाता है

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

उबला अंडा या मीट को 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाकर खाने से बर्ड फ्लू नहीं होता है। लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। बर्ड फ्लू से घबराएं नहीं। हा, इन दिनों छत पर रखी टंकियों, रेलिंग, पिजड़ों को कीटनाशक से धोएं। पक्षियों के मल या पंख वाले कचरे को खुले हाथों से न छुएं। एच5एन1 से संक्रमित पक्षियों के पास दस दिनों तक न जाएं। इसके लार व मल के जरिए वायरस फैल सकता है।

डा. सुनील जिंदल, सीनियर एंड्रोलाजिस्ट

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बर्ड फ्लू भी इन्फ्लुएंजा वायरस है। इसमें स्वाइन फ्लू और कोरोना जैसे लक्षण उभरते हैं। यह पक्षियों से पक्षियों में और पक्षियों से मनुष्यों में संक्रमित हो सकता है। यह इंसानों में आपस में नहीं फैलता है। लेकिन वायरस में बदलाव होने से सावधान रहने की जरूरत है। देश में फिलहाल किसी इंसान में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। हालाकि इससे मौत की दर ज्यादा है।

डा. अमित गर्ग, विभागाध्यक्ष, मेडिकल कालेज

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