बड़ी राहत : मेरठ समेत NCR में अब नहीं होगी आक्‍सीजन की किल्‍लत, बन रहे चार नए प्लांट

Oxygen Shortage News कोरोना संक्रमण से भयावह हुए हालात के बीच आक्सीजन बनाने वाले प्लांट लगाने की मुहिम तेज हो गई है। NCR मेडिकल कालेज और सुभारती अस्पताल में नए आटोमेटिक आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 01:19 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 08:57 AM (IST)
बड़ी राहत : मेरठ समेत NCR में अब नहीं होगी आक्‍सीजन की किल्‍लत, बन रहे चार नए प्लांट
मेरठ में चार नए ऑक्‍सीजन प्‍लांट लगाए जाएंगे।

मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से भयावह हुए हालात के बीच आक्सीजन बनाने वाले प्लांट लगाने की मुहिम तेज हो गई है। एनसीआर मेडिकल कालेज और सुभारती अस्पताल में नए आटोमेटिक आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं, वहीं रिठानी में आठ सौ सिलेंडर रोज भरने की क्षमता वाला प्लांट लग रहा है। मई में मेडिकल कालेज में छह टन का स्टोरेज प्लांट चालू करने का लक्ष्य है।सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि तीन जनरेशन और एक स्टोरेज प्लांट लगने से आक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को बचाया जा सकेगा।

एनसीआर मेडिकल कालेज के कोविड प्रभारी डा. अश्विनी शर्मा ने बताया कि पिछले साल 200 लीटर प्रति मिनट की दर से आक्सीजन पैदा करने वाला प्लांट लगाया गया था, जिससे डी-टाइप के 25 सिलेंडर भरे जा सकते हैं। कोविड वार्ड में बेडों के साथ ही मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ज्यादातर बेडों को आक्सीजन से जोड़ा जा रहा है। प्रशासन के सुझाव पर कैंपस में 400 लीटर प्रति मिनट की दर से आक्सीजन बनाने वाला दूसरा प्लांट लगाया जा रहा है। इस प्लांट से 410 बेडों के अस्पताल में गैस आपूर्ति सुलभ हो जाएगी।

सुभारती मेडिकल कालेज में दो आटोमेटिक जनरेशन प्लांट बनाए गए हैं और तीसरे प्लांट की तैयारी की जा रही है। प्रदेश सरकार जरूरत पड़ने पर मेडिकल कालेज को कोविड अस्पताल में बदलेगी, जहां सात सौ बेडों पर कोरोना मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा। उद्यमी राजेश माहेश्वरी रिठानी में आक्सीजन बनाने वाला प्लांट लगाएंगे, जहां रोजाना आठ सौ सिलेंडर भरने की क्षमता होगी। वो आठ साल पहले मेरठ और ऋषिकेश में प्लांट चलाते थे, जिसे बाद में बंद कर दिया।

प्रशासन का सहयोग करते हुए राजेश दो दिन में अस्पतालों को सौ सिलेंडर दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि हवा में मौजूद आक्सीजन को नाइट्रोजन से अलग कर लिया जाता है। उधर, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मई में छह टन का दूसरा स्टोरेज प्लांट लगाया जा रहा है। 

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