अधिवक्ता और बार आपस में समझौते से निपटा लें विवाद
बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश की समिति ने मेरठ में विवाद की सुनवाई की।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ बार एसोसिएशन द्वारा बार से निकालने पर अधिवक्ता ने बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश से शिकायत की थी। इस विवाद की सुनवाई के लिए शनिवार को बार काउंसिल की समिति मेरठ पहुंची। सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों को सुना गया तथा विवाद को आपस में समझौते से निपटाने के लिए समय दिया गया। अगली सुनवाई 23 अक्टूबर को होगी।
मेरठ बार एसोसिएशन ने अधिवक्ता नरेंद्र शर्मा को बार से अलग होकर हाईकोर्ट बेंच आंदोलन चलाने तथा बार के विरुद्ध टिप्पणी करने के आरोप में बार से निकाल दिया था। इस विवाद में अधिवक्ता और बार ने बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश से शिकायत की थी। बार काउंसिल अध्यक्ष ने इस विवाद की सुनवाई के लिए दो सदस्यीय समिति गठित की थी। इसमें अध्यक्ष समेत पूर्व अध्यक्ष बलवंत सिंह को शामिल किया गया था। शनिवार को बार काउंसिल की समिति में शामिल पूर्व अध्यक्ष बलवंत सिंह ने मेरठ बार के नानकचंद सभागार में सुनवाई की। इस दौरान मेरठ बार के अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी और दूसरे पक्ष से अधिवक्ता नरेंद्र शर्मा ने अपना पक्ष रखा। बार पदाधिकारियों ने कहा कि अधिवक्ता हाईकोर्ट बेंच आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं तथा बार के विरुद्ध टिप्पणी करते हैं। वहीं, अधिवक्ता नरेंद्र शर्मा ने कहा कि उन्हें गलत तरीके से बार से निकाला गया। इसके बाद ही उन्होंने टिप्पणी की। उससे पहले नहीं।
बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन बलवंत सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों को सुना गया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने आपसी समझौते से विवाद का समाधान कराने का दावा किया तथा इसके लिए समय मांगा। पूर्व चेयरमैन ने बताया कि समझौते के लिए समय दिया गया है।