अब लॉकर खाली होने पर बैंकों को शाखा के बाहर डिस्प्ले करनी होगी जानकारी

कई बार बैंक लॉकर सुविधा का लाभ ग्राहकों को नहीं मिल पाता है। इसका एक कारण बैंक में लॉकर खाली होने की जानकारी न मिलना है। अब रिजर्व बैंक ने बैंकों को अपने खाली लॉकर की जानकारी शाखा के बाहर डिस्प्ले करने के निर्देश दिए हैं।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 05:19 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 05:19 PM (IST)
अब लॉकर खाली होने पर बैंकों को शाखा के बाहर डिस्प्ले करनी होगी जानकारी
लॉकर खाली होने पर बैंकों को देनी होगी जानकारी

मेरठ, जेएनएन। बहुत से लोग कीमती चीजों जैसे ज्वेलरी व मकान के कागजात आदि की सुरक्षा के लिए बैंक में लॉकर लेते हैं। कई बार ग्राहकों को बैंक में लॉकर खाली होने की जानकारी नहीं मिलती। अब रिजर्व बैंक ने बैंकों को अपने खाली लॉकर की जानकारी शाखा के बाहर डिस्प्ले करने के निर्देश दिए हैं।

लोगों का भरोसा बैंकों के लॉकर पर आज भी है। इसकी वजह से शहर में आवासीय क्षेत्र के बैंकों में लॉकर की डिमांड अधिक रहती है। कई बैंकों में लॉकर खाली होने के बाद भी इसकी जानकारी ग्राहकों को नहीं मिल पाती है। इसे देखते हुए आरबीआई की तरफ से बैंकों को अपने खाली लॉकर की जानकारी डिस्प्ले करने के लिए कहा गया है। मेरठ के स्टेट बैंक ने ब्रांच के बाहर खाली लॉकर की जानकारी डिस्प्ले कर दी गई है। ब्रांच के बाहर खाली लॉकर की जानकारी डिस्प्ले होने से ग्राहक आसानी से लॉकर की जानकारी ले पाएंगे। जरूरत के हिसाब से उसका उपयोग कर पाएंगे। स्टेट बैंक कैंट ब्रांच के चीफ मैनेजर हरीश वाधवा का कहना है कि एक बार जो लोग लॉकर ले लेते हैं, उसे छोड़ते नहीं हैं। लॉकर की जानकारी डिस्प्ले होने से ग्राहकों को इसके बारे में पता चल पाएगा। 

बैंकों में चार प्रकार के होते हैं लॉकर

बैंकों में लॉकर चार प्रकार के होते हैं। इन्‍हें आकार के हिसाब से स्माल, मीडियम, लार्ज और एक्स्ट्रा लार्ज में बांटा जाता है। बैंकों की ओर से साल में 10 से 12 बार लॉकर आपरेट करने के लिए सुविधा फ्री रहती है।

इसके बाद लाकर विजिट करने पर 100 रुपये का अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता है। 

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