निवाड़ा खूनी बवाल : कोर्ट में आत्मसपर्मण करने से पहले बागपत पुलिस के हत्थे चढ़े पांच आरोपित

16 मई को बागपत के निवाड़ा गांव में हुए दो प्रधानों के बीच के जमकर खूनी संघर्ष ने कई घायल हो गए थे। जिसके बाद से ही बागपत पुलिस पर भी सवाल खड़े हुए थे।

By Prem BhattEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:44 PM (IST)
निवाड़ा खूनी बवाल : कोर्ट में आत्मसपर्मण करने से पहले बागपत पुलिस के हत्थे चढ़े पांच आरोपित
निवाड़ा खूनी बवाल : कोर्ट में आत्मसपर्मण करने से पहले बागपत पुलिस के हत्थे चढ़े पांच आरोपित

बागपत, जेएनएन। निवाड़ा गांव (UP Baghpat Niwada Case) के खूनी बवाल के मामले में अदालत में आत्मसमर्पण (accused Surrender in Niwada case) करने से पहले ही पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। केस के 16 आरोपितों को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।

निवाड़ा ग्राम प्रधान जुलेखां बेगम और पूर्व प्रधान स्व. मंगते पक्ष में गत 16 मई की सुबह चुनावी विवाद में खूनी बवाल हुआ था। जिसमें प्रधान के जेठ निसार की धारदार हथियार के प्रहार से मौत हो गई थी तथा चचिया ससुर अंगूर, देवर महकार व जेठानी अफसरी घायल हुई थी। इस मामले में खूब हंगामा हुआ था। इंस्पेक्टर (crime in Baghpat) भूदेव सिंह के मुताबिक गुरुवार सुबह करीब 9.30 बजे कलक्ट्रेट के निकट से पांच आरोपित जमील, जब्बार, बाबू, साबू और निजामुद्दीन को गिरफ्तार किया गया। आरोपित घटना की साजिश रचने में शामिल रहे थे। आरोपित अदालत में आत्मसमर्पण करने के लिए जा रहे थे। उससे पहले ही उनको गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत में पेश करने पर आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। पूर्व में 16 आरोपितों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जा चुकी है। अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। 

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