बागपत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, कर ली हैं यह तैयारी

कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी है। बागपत में सभी सीएचसी में 10-10 बेड और जिला अस्पताल में 50 बेड की रहेगी व्यवस्था। चार बाल रोग विशेषज्ञ करेंगे निगरानी दिया जा रहा प्रशिक्षण।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 06:35 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 06:35 PM (IST)
बागपत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, कर ली हैं यह तैयारी
बागपत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका।

बागपत, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी है। इसमें बच्चों के लिए ज्यादा खतरा होने की आशंका जताई जा रही है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क होकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की तैयारियां में जुटा है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों बेड तैयार किए जा रहे है। जिला अस्पताल में आक्सीजन आइसीयू युक्त बेड बनाए जा रहे हैं।कोरोना की पहली लहर जैसे-तैस लोगों झेली, लेकिन दूसरी लहर सहन नहीं कर पाए। घर-घर में संक्रमण की एंट्री हो गई थी। जिसको भी बुखार हुआ, वो कोरोना वायरस से पाजिटिव था। जिनकी जांच हुई उनमें पुष्टि हो गई, जिन्होंने जांच नहीं करवाई, वो लंबे समय तक बीमार हो गए। कुछ की मौत भी हो गई। दूसरी लहर में जो संक्रमित हुए उनके लिए आक्सीजन की व्यवस्था पहले करनी पड़ी। हर उपाय जान बचाने के लिए किए गए। अब दूसरी लहर पर भी काबू पा लिया गया है। अब कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका ने होश उड़ाए हुए है। शासन और प्रशासन अलर्ट है। स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियां में लगा हुआ है।

जिले में बच्चों के लिए अलग से कोविड-19 अस्पताल जिला चिकित्सालय में तैयार किया है। यहां पर 50 बेड रहेंगे। आक्सीजन की कमी नहीं रहेगी। 40 बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा 10-10 बेड जिले की प्रत्येक सीएचसी पर बनाए गए है। अगर किसी बच्चे में संक्रमण की पुष्टि हुई तो उन्हें तुरंत ही भर्ती कर उपचार किया जाएगा। कोरोना के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डा. यशवीर सिंह ने बताया कि तीसरे लहर से बच्चों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है। व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

चार बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टरों पर रहेंगे जिम्मेदारी

जिले में चार बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर है, जिनके कांधे पर बच्चों को तीसरी लहर से बचाने की जिम्मेदारी रहेगी। कोई बच्चा बीमार होता है उनकी देखरेख में उन्हें स्वस्थ बनाया जाएगा। ये विशेषज्ञ डाक्टर आवश्यकता पड़ने पर जिला अस्पताल में तो तैनात रहेंगे ही, सभी सीएचसी पर भी स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जाएंगे।

डायलिसिस यूनिट अब आयुष विंग में

जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट भवन में बच्चों को कोविड-19 अस्पताल संचालित किया जाएगा। वहां से इस यूनिट का आयुष विंग में ट्रांसफर कर दी गई है। आयुष विंग जिला अस्पताल में संचालित रहेगी। 

chat bot
आपका साथी