बागपत : सपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य प्रकरण में रालोद के 40 कार्यकर्ता पर मुकदमा दर्ज
बागपत में पुलिस अभिरक्षा से आरोपितों को छुड़ाने के प्रयास पुलिस पार्टी के साथ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने दो केस दर्ज किए है। इनमें रालोद के 40 कार्यकर्ता शामिल है।
बागपत, जेएनएन। बागपत में सपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य महबूब अल्वी के भाई और दो बेटों की गिरफ्तारी को लेकर हुए बवाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस अभिरक्षा से आरोपितों को छुड़ाने के प्रयास, पुलिस पार्टी के साथ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने दो मुकदमें दर्ज किए है। इनमें रालोद के 40 कार्यकर्ता शामिल है।
यह लगाया था आरोप
भाजपा नेता सतीश वाल्मीकि ने घर मे घुसकर जानलेवा हमला करने और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाते हुए बिनौली थाने में जिला पंचायत सदस्य महबूब अल्वी, उनके भाई मतलूब, दो बेटे आदिल और राजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसको लेकर शनिवार को बवाल हुआ था। तीन आरोपित मतलूब, आदिल और राजू को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने का प्रयास किया गया था।
घंटों लगाया था जाम
पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग भी किया था। रालोद के नेता व कार्यकर्ताओं ने बड़ौत- बिनौली रोड पर घंटों जाम लगाया था। एसडीएम व सीओ के आश्वासन पर जाम खुला था। इस मामले में देर रात बिनौली थाने पर पुलिस ने दो मुकदमें दर्ज किए। एक मुकदमे में आरोपित अशोक, भूपेंद्र, अमित, विनीत उर्फ टावर, आदित्य धामा, प्रवीण निवासीगण ग्राम गल्हैता और संजीव मान निवासी बड़ौत तथा तीन-चार अज्ञात लोग शामिल है। वहीं दूसरे मुकदमें में रालोद के 40 अज्ञात कार्यकर्ताओं को दर्शाया गया है। उधर थाना प्रभारी चंद्रकांत पांडेय का कहना है कि दोनों मुकदमों की विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो से होगी पहचान
पुलिस अभिरक्षा से आरोपितों को छुड़ाने व जाम लगाकर हंगामा करते समय पुलिस ने फोटो व वीडियोग्राफी की थी। इस घटना में शामिल रहे लोगों की पहचान वीडियो और फोटो से होगी।