Badan Singh Badoo: चार महीने पहले तक STF की सूची में दर्ज नहीं था बदन सिंह का नाम Meerut News

ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें लगी हैं लेकिन 15 मार्च 20 को जारी सूची में बद्दो का नाम तक नहीं था। अब उस पर शिकंजे की तैयारी है।

By Prem BhattEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 01:30 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 01:30 PM (IST)
Badan Singh Badoo: चार महीने पहले तक STF की सूची में दर्ज नहीं था बदन सिंह का नाम Meerut News
Badan Singh Badoo: चार महीने पहले तक STF की सूची में दर्ज नहीं था बदन सिंह का नाम Meerut News

मेरठ, [अभिषेक कौशिक]। ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें लगी हैं, लेकिन 15 मार्च 20 को जारी सूची में बद्दो का नाम तक नहीं था। आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद शासन स्तर पर हुई समीक्षा के बाद अब बद्दो को मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल किया गया है। उसके नजदीकियों पर पैनी नजर है।

पुलिस को चकमा देकर भागा था बद्दो

करीब सवा साल पहले पेशी पर आया कुख्यात बदमाश मेरठ के होटल मुकुट महल से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। शुरुआत में तो पुलिस और अन्य एजेंसियों ने उसकी धरपकड़ में तेजी दिखाई, लेकिन अब काफी समय से मामला ठंडा पड़ा था। करीब तीन माह पूर्व एसटीएफ की ओर से बड़े बदमाशों की सूची शासन को भेजी गई थी, जिसमें बदन सिंह बद्दो का नाम तक शामिल नहीं था। इधर, दो जुलाई को कानपुर प्रकरण के बाद प्रदेश के बड़े बदमाशों की सूची फिर से बनाई गई है।

करीबियों पर शिकंजा

सूत्रों का कहना है कि इसमें बद्दो मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल है। इसके चलते ही उसकी धरपकड़ के साथ ही करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। पिछले दो दिन में ही पुलिस ने व्यापारी नेता अनिल छाबड़ा और होटल मुकुट महल के मालिक मुकेश गुप्ता को जेल भेज दिया है। उधर, पश्चिम के कुख्यात बदमाशों में शामिल भूपेंद्र बाफर का नाम भी सूची में नहीं है, जबकि बाफर पर भी कई मुकदमें है। उधर, एसटीएफ सीओ ब्रजेश कुमार का कहना है कि लिस्ट पुरानी है। हर माह यह अपडेट होती रहती है। कार्ययोजना के आधार पर लिस्ट भेजी जाती है।

500 से अधिक शूटर जिले में

कानपुर कांड के बाद बदमाशों के सफाए के लिए चलाए जा रहे आपरेशन क्लीन के दौरान पुलिस के साथ ही एसटीएफ, एसओजी और अन्य एजेंसियां बदमाशों का डाटा जुटा रही हैं। बड़े बदमाशों के अलावा 500 शूटर भी हैं, जो सक्रिय हैं। इसके अलावा लगातार नए युवक भी जरायम की दुनिया में आ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अपराध की दुनिया में आने वाले नए युवक अधिक चिंता का विषय है, क्योंकि इनके बारे में सही जानकारी शुरुआती समय पर नहीं मिल पाती।

लिस्ट में शामिल जोन के बदमाश वर्तमान में >>>>जनपद

संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा>> जिला कारागार लखनऊ>> मुजफ्फरनगर

आकाश जाट>>>> जिला कारागार गाजियाबाद>>शामली

उधम सिंह>>>> केंद्रीय कारागार नैनी>>>>मेरठ

योगेश भदौड़ा>>>> जिला कारागार सिद्धार्थनगर>>मेरठ

अजीत उर्फ हप्पू>> केंद्रीय कारागार बरेली>> बागपत 

chat bot
आपका साथी