'बुरे दिन' बीते रे भईया, अब 'अच्छे दिन' आयो रे

फरवरी 2020 में एमडीए से हस्तांतरित हुई कालोनियों में आखिरकार डेढ़ साल बाद

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:45 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:45 AM (IST)
'बुरे दिन' बीते रे भईया, अब 'अच्छे दिन' आयो रे
'बुरे दिन' बीते रे भईया, अब 'अच्छे दिन' आयो रे

मेरठ,जेएनएन। फरवरी 2020 में एमडीए से हस्तांतरित हुई कालोनियों में आखिरकार डेढ़ साल बाद नगर निगम विकास कार्य कराने जा रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। नगर निगम की वेबसाइट पर टेंडर अपलोड कर दिया गया है। तकनीकी बिड तीन नवंबर को खुलेगी।

निर्माण अनुभाग ने रक्षापुरम, गंगानगर के एल, के, जे पाकेट, डिफेंस एंक्लेव पाकेट सी, श्रद्धापुरी पाकेट ई, सैनिक विहार पाकेट सी और बी, मेजर ध्यानचंद नगर में विकास कार्य कराने के लिए टेंडर निकाले हैं। करीब 14 निर्माण कार्य शामिल हैं। लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मेजर ध्यानचंद नगर में दिल्ली रोड से सूर्यपुरम कालोनी गेट तक सड़क निर्माण व नाली निर्माण का काम होगा। सैनिक विहार पाकेट सी में सामुदायिक भवन की बाउंड्रीवाल व मिट्टी भराई, सी-475 से एमपी सिंह के मकान तक सड़क-नाली व इंटरलाकिग सहित कुल तीन सड़कों का निर्माण होगा। श्रद्धापुरी पाकेट ई में सीवर प्लांट से ओम कंफेक्शनरी तक व प्रिया फैशन से पार्क के चारों तरफ सड़क निर्माण, इंटरलाकिग व नाली निर्माण किया जाएगा। वहीं, ई-433 से ठाकुर राजसिंह के मकान तक सड़क व रोड पटरी का निर्माण होगा। डिफेंस एंक्लेव पाकेट सी में तीन सड़क, नाली व इंटरलाकिग का काम किया जाएगा। रक्षापुरम मं अम्हेड़ा रोड से सैनी फार्म हाउस तक हाटमिक्स द्वारा सड़क व रोड पटरी का निर्माण कराया जाएगा। गंगानगर में एल पाकेट की मुख्य सड़क, के पाकेट की अधिकांश सड़कों और गंगानगर जे पाकेट में भी कई सड़कों व रोड पटरी का निर्माण किया जाएगा। उधर 15 वें वित्त की धनराशि से होने वाले 12 कार्यों के टेंडर भी निकाल दिए गए हैं। जो दो नवंबर को खुलेंगे। सारे काम सड़क निर्माण से संबंधित हैं। मुख्य अभियंता यशवंत कुमार ने बताया कि आरएएफ के कार्यक्रम को लेकर वेदव्यासपुरी में पहले ही सड़क निर्माण कराया जा चुका है। अब बाकी कालोनियों के लिए टेंडर निकाले गए हैं। सड़कों के गड्ढों से मिलेगी निजात

फरवरी 2020 में एमडीए से नगर निगम को आठ कालोनियां हस्तांतरित की गई थीं। जिनमें विकास कार्य कराने की मांग की डेढ़ साल से पार्षद कर रहे थे। लेकिन एमडीए से अनुरक्षण की धनराशि न मिलने से नगर निगम विकास कार्य नहीं करा रहा था। अब लगभग 25 करोड़ धनराशि प्राप्त हो चुकी है। जिससे इन क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण बड़े पैमाने पर होगा। इससे लोगों को गड्ढों से निजात मिलेगी। काफी समय से लोग गड्ढों से परेशान थे।

chat bot
आपका साथी