यातायात माह: जाम पर टालने वाला रवैया नहीं चलेगा, जिम्मेदारी समझनी होगी, एसएसपी ने दिए ये निर्देश
यातायात माह के समापन पर एसएसपी ने किया संबोधित। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जहां एनसीसी कैडेट्स के साथ सभी को नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई गई वहीं नागरिक पुलिस से जाम को नजरअंदाज नहीं करने को कहा।
मेरठ, जेएनएन। एक नवंबर से शुरू हुए यातायात माह का बुधवार को समापन हो गया। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जहां एनसीसी कैडेट्स के साथ सभी को नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई गई, वहीं यातायात माह के दौरान तीन हजार से ज्यादा चालान करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी को एसएसपी ने नकद पुरुस्कार देकर सम्मानित किया।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि लापरवाही के चलते ही दुर्घटनाएं होती हैं। वाहन चलाते समय नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मौजूद कैडेट्स और अन्य लोगों से अपील की कि वह सभी को जागरूक करें, जिससे हादसों को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि अकसर नागरिक पुलिस के कर्मचारी बाइक आदि पर होते हैं, तो जाम से बचकर निकल जाते हैं। जबकि उन्हें लोगों को जाम से निजात दिलाने का प्रयास करना चाहिए। यह जिम्मेदारी सिर्फ ट्रैफिक पुलिस की ही नहीं है। अन्य विभागों को भी आगे आकर काम करना चाहिए। इसके साथ ही लोगों को भी नियमों का पालन करना चाहिए। वहीं, हेड कांस्टेबल अजीत सिंह को तीन हजार तीन सौ पांच चालान करने पर एसएसपी ने सम्मानित भी किया। इसके अलावा द्वितीय स्थान पर टीआई अनिल कुमार मिश्रा 1562 चालान, 88 वाहन सीज और मुख्य आरक्षी मधूसूदन ङ्क्षसह 1591 चालान 05 वाहन सीज करने पर तृतीय रहे।
यातायात माह में ट्रैफिक पुलिस ने किए चालान
एक माह में 33062 चालान, 219 वाहन सीज किए गए। इसके साथ ही 29 लाख नौ हजार सात सौ रुपये शमन शुल्क वसूला। हेलमेट ना लगाने पर 23142 चालान, सीट बेल्ट ना लगाने पर 1004 चालान, दो पहिया वाहन पर तीन सवारी बैठने पर 1311 चालान, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने पर 406 चालान, बिना बीमा वाहन चलाने पर 1139 चालान, प्रदूषण प्रमाण पत्र प्रस्तुत न करने पर 703 चालान, हूटर व मोडिफाइड सायलेंसर का प्रयोग करने पर 152 चालान किए। इसके साथ ही ओवर स्पीड पर 27, बिना डीएल 5823, नाबालिग द्वारा वाहन चलाने पर 88, शराब पीकर वाहन चलाने पर छह, नो-पार्किग पर 3007, नियमों का पालन न करने पर 4281, गलत नंबर प्लेट पर 408, रांग साइड वाहन चलाने पर 414, काली फिल्म पर 53 चालान किए। विभिन्न मोटर वाहन अधिनियम के तहत 180 वाहनों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई। इस अवधि में 219 वाहनो को सीज किया गया ।
16 से 30 वर्ष के युवकों की सबसे ज्यादा मौत
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि एक जनवरी से लकर 15 नवंबर 2021 तक 659 दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 308 की जान गई। इसके अलावा 453 घायल हुए। हादसों का मुख्य कारण वाहन चालकों द्वारा नियमों की अनदेखी थी। सड़क दुर्घटनाओं में 16 से 30 वर्ष की आयु के युवाओं की मृत्यु का ग्राफ अधिक है, जिसका मुख्य कारण दोपहिया वाहन चालकों द्वारा हेल्मेट न लगाना और सीट बेल्ट का प्रयोग न करना है।