29 बरस बाद भी सबसे पहले नौचंदी जुमेरात पर दरगाह पहुंचे औसत अली Bijnor News
विश्व प्रसिद्ध दरगाहे आलिया नजफ़े -हिन्द जोगीपुरा में मनाई जाने वाली नौचंदी जुमेरात में सबसे पहले 74 वर्षीय औसत अली ग्राम बेहड़ा सादात मुजफ्फरनगर ने शिरकत की। चांद के महीने की प्रथम जुमेरात को नौचंदी कहा जाता है।
बिजनौर, जेएनएन। विश्व प्रसिद्ध दरगाहे आलिया नजफ़े -हिन्द जोगीपुरा में मनाई जाने वाली नौचंदी जुमेरात में सबसे पहले 74 वर्षीय औसत अली ग्राम बेहड़ा सादात मुजफ्फरनगर ने शिरकत की। चांद के महीने की प्रथम जुमेरात को नौचंदी कहा जाता है तथा इस्लामी कलेंडर मे नौचंदी जुमेरात का अत्यधिक महत्व है। इसमें ज़ायरीन पूरी रात इबादत करते है तथा दुआए मांगते हैं। भारत के कोने-कोने से सुबह से ही ज़ायरीनों का पहुंचना शुरू हो जाता है तथा देर रात तक ज़ायरीन दरगाह पर आते-जाते रहते हैं। दरगाह कमेटी की ओर से ज़ायरीनों के ठहरने ओर खाने-पीने की वयवस्था की जाती है।कमेटी के सचिव ज़फर मुज्तबा ने बताया कि इस बार भी नौचंदी जुमेरात को, शमशुल हसन हाल ओर कल्बे आबिद हाल, मुख़्तार अब्बास हाल मे ज़ायरीनों के इबादत करने और आराम करने के लिये कारपेट बिछाकर तैयार किये थे। इसी नौचंदी जुमेरात मे औसत अली ने लगातार 29 वर्ष 2 माह से शिरकत कर एक अनूठी मिसाल पेश की। औसत अली ने बताया कि जब तक शरीर मे जान है, तब तक वो दरगाह आलिया पर होने वाली नौचंदी जुमेरात मे शिरकत करते रहेंगे।