बागपत के बड़ौत में सड़क बना रहे मजदूरों को लाठी-डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जानिए क्‍या है मामला

बड़ौत शहर के दिलीप बिहार के रहने वाले अजयवीर सिंह ने बताया कि वहां सड़क खराब थी जिसके कारण मरम्मत का कार्य हो रहा है। वह मजदूरी करता है। उसके साथ आकाश भी सड़क पर मलबा डाल रहा था। चार आरोपित वहां आए और मलबा डालने से मना करने लगे।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 03:30 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 03:30 PM (IST)
बागपत के बड़ौत में सड़क बना रहे मजदूरों को लाठी-डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जानिए क्‍या है मामला
बागपत के बड़ौत में सड़क बना रहे मजदूरों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

बागपत, जागरण संवाददाता। बड़ौत शहर के दिलीप बिहार में सड़क निर्माण के दौरान सड़क पर मलबा डाल रहे दो मजदूरों पर चार लोगों ने हमला बोल दिया। आरोपितों ने दोनों पीड़ितों को लाठी-डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पीड़ितों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। आरोपितों ने दोनों मजदूरों को जान से मारने की धमकी भी दी है। एक मजदूर की तहरीर पर चारों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है।

यह है मामला 

दिलीप बिहार के रहने वाले अजयवीर सिंह ने बताया कि दिलीप बिहार की सड़क खराब थी, जिसके कारण वहां मरम्मत का कार्य हो रहा है। वह मजदूरी करता है। उसके साथ आकाश भी सड़क पर मलबा डाल रहा था। उसी दौरान आकाश, निकी पुत्रगण पप्पू उर्फ पोपी, मनीष व सिद्धार्थ पुत्र भोला निवासी देव नगर वहां आए और मलबा डालने के लिए मना करने लगे। उसने चारों आरोपितों से सरकारी काम का हवाला देते हुए कार्य में बाधा न पहुंचाने के लिए कहा तो इतना सुनते ही आरोपितों ने गाली देते हुए उनके साथ मारपीट कर दी और लाठी-डंडों से दौड़ा दौड़ा कर पीटा। घटना के बाद आरोपित फरार हो गए। इस दौरान सड़क मरम्मत का काम रुक गया। घटना के बाद वह कोतवाली पहुंचे, जिसके बाद पुलिस ने दोनों का सीएचसी में उपचार कराया। एसओ रवि रत्न सिंह ने बताया कि अजयवीर सिंह की तहरीर पर चारों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। सड़क मरम्मतीकरण का काम शुरू करा दिया गया।

ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता को धमकी, सहायक लेखाकार पर आरोप

बागपत। बड़ौत में ऊर्जा निगम विद्युत वितरण खंड द्वितीय के कार्यालय में एक सप्ताह से अधिशासी अभियंता और सहायक लेखाकर के बीच घमासान मचा है, जिसमें कर्मचारी तमाशबीन बने हुए हैं। कार्यालय में हर रोज होने वाला हंगामा इतना बढ़ गया कि अब बात कार्यालय से बाहर निकल आई है। अधिशासी अभियंता राजेश कुमार ने सहायक लेखाकार पर आरोप है कि वह कार्यालय से गायब रहते हैं और मनमर्जी के अनुसार काम करते हैं। वह नियम विरुद्ध तैनात है। वह काम करने की कहते हैं तो कर्मचारियों के सामने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। उन्होंने पूरे प्रकरण की शिकायत निगम के एसई और एमडी से की तो सहायक लेखाकर बौखला गए और उनके कक्ष में घुसकर उन्हें भुगत लेने तक की धमकी दे दी।

राजेश कुमार ने बताया कि 21 अक्टूबर को मुख्य अभियंता, मेरठ ने उनके कार्यालय का निरीक्षण किया तो सहायक लेखाकार अचानक कार्यालय से गायब हो गए। मुख्य अभियंता के जाने के बाद सहायक लेखाकार शाम सवा पांच बजे कार्यालय में आए और उनके कक्ष में घुसकर उन्हें भुगतने लेने की धमकी देने लगे। कर्मचारियों ने सहायक लेखाकर को किसी तरह उनके कक्ष से बाहर निकाला।

ऊर्जा निगम के अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

पीड़ित ने यह भी बताया कि ऊर्जा निगम के अधिकारियों को शिकायत करने के बाद कार्यवाही नहीं हो रही है। सहायक लेखाकर सूजती गांव के रहने वाले हैं जो अपने ही क्षेत्र में तैनात है। यह तैनाती नियमविरुद्ध है, इसलिए उनका यहां से हटाया जाना आवश्यक है। उधर, सहायक लेखाकार अमित राठी का कहना है कि वह सही काम कर रहे हैं और उन पर अधिशासी अभियंता झूठे आरोप लगा रहे हैं। उधर, अधिशासी अभियंता ने निगम के अधिकारियों पूरे मामले की शिकायत करने के बाद कोतवाली पुलिस को भी अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की है। उधर, एसओ रवि रत्न सिंह का कहना है शिकायती पत्र मिला है जांच शुरू कर दी गई है।

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