Attack On Constable: बागपत में दोस्त ने ही किया था सिपाही पर जानलेवा हमला,गिरफ्तार, यह वजह आई सामने
Attack On Constable बागपत में यूपी पुलिस के सिपाही के दोस्त ने ही उसपर हमला कराया था। कारण यह था कि वह सिपाही की पत्नी के साथ नजदीकियां बढ़ाना चाहता था। बागपत पुलिस ने बुधवार की देररात आरोपित को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
बागपत, जागरण संवाददाता। बागपत में सिपाही अरुण कुमार को गोली मारकर घायल करने के मामले में बुधवार देर रात पुलिस को बड़ी सफलता मिली। हमला कराने वाले बदमाश को मुठभेड़ में पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसके पैर में पुलिस की गोली लगी। पुलिस का दावा है कि आरोपित सिपाही का दोस्त था। जो सिपाही की पत्नी से नजदीकी बनाना चाहता था, इसलिए ही उसने सिपाही पर हमला कराया था।
चेकिंग के दौरान मुठभेड़
बागपत कोतवाली पुलिस दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर बुधवार देर रात चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान संदिग्ध तीन व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए। जिनको पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो आरोपित पुलिस पर फायर करते हुए भागने लगे। पीछा करते हुए आत्मरक्षा में पुलिस ने फायर किया तो पैर में गोली लगने से एक बदमाश जमीन पर गिर गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पास से एक तमंचा, दो कारतूस, एक खोखा बरामद हुआ। जबकि उसके दो साथी भागने में कामयाब हो गए।
बढ़ाना चाह रहा था नजदीकी
एसपी नीरज कुमार जादौन का कहना है कि पकड़ा गया आरोपित किरणपाल निवासी ग्राम महेशपुर चौपड़ा है। जो सिपाही अरुण कुमार का दोस्त था। उसका सिपाही के घर पर आना जाना था। सिपाही अरुण कुमार का अपनी पत्नी से अक्सर झगड़ा रहता है। जिसका फायदा उठाकर आरोपित किरणपाल सिपाही की पत्नी के नजदीक आना चाहता था, इसी के चलते आरोपित ने अपने साथियों से घटना को अंजाम दिलाया था। उसके साथियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने बयान दर्ज कराए थे
गौरतलब है कि सिपाही अरुण कुमार गत आठ सितंबर की रात करीब 9.15 बजे पुलिस लाइन से अपनी ड्यूटी पर खेकड़ा जा रहे थे। काठा- बंदपुर संपर्क मार्ग पर ग्राम बंदपुर के निकट मोड़ पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने सिपाही को गोली मारकर घायल कर दिया था। पुलिस ने घायल सिपाही को गाजियाबाद के यशोदा हास्पिटल में भर्ती कराया था। वहीं सिपाही की पत्नी ने कोतवाली पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस ने सिपाही के बयान दर्ज किए थे।