56 साल की उम्र में भी खुद को रखते हैं फिट, नियमित योगा करने से हैं स्वस्थ्य
56 साल के डा. केके तोमर भी कुछ ऐसा ही करते हैं। वह रोज सात से आठ किलोमीटर पैदल चलकर अपनी सेहत को पूरी खुराक दे रहे हैं। सुबह उठने के बाद थोड़ा सा शारीरिक अभ्यास करने के बाद केके तोमर टहलते हैं।
मेरठ, जेएनएन। शरीर को अंदर और बाहर से मजबूत करने के लिए हर कोई अपने-अपने तरीके से शारीरिक अभ्यास करते हैं। कई लोग जिम में जाकर पसीना बहाते हैं तो कुछ लोग सुबह उठकर दौड़ लगाते हैं। व्यस्त दिनचर्या में बहुत से लोगों के पास जिम जाने और दौड़ लगाने के लिए वक्त नहीं मिल पाता है, वह अपने दैनिक कार्यक्रमों में ही शारीरिक श्रम करके अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख लेते हैं। 56 साल के डा. केके तोमर भी कुछ ऐसा ही करते हैं। वह रोज सात से आठ किलोमीटर पैदल चलकर अपनी सेहत को पूरी खुराक दे रहे हैं।
सुबह उठने का नियत है समय
जागृति विहार में रहने वाले डा. केके तोमर के सुबह उठने और सोने का समय निश्चित है। वह सुबह साढ़े चार बजे बिस्तर छोड़ देते हैं। सुबह उठने के बाद थोड़ा सा शारीरिक अभ्यास करने के बाद केके तोमर टहलते हैं। दिन भर में वह करीब सात से आठ किलोमीटर पैदल चल लेते हैं। मेरठ के आसपास के गांवों में किसानों को आर्गेनिक खेती के लिए जागरूक करने के साथ उसके उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में केके शर्मा मदद करते हैं। जब भी किसी किसान को जरूरत होती है, वह वहां मौजूद होते हैं। केके तोमर बताते हैं कि शारीरिक अभ्यास के नाम पर वह केवल पैदल चलते हैं, इससे उन्हें काफी लाभ हुआ है। ब्लड प्रेशर, शुगर, तनाव जैसी बीमारियों से वह खुद को पूरी तरह से बचा पाए हैं। पैदल चलने से भूख भी लगती है, रात में अच्छी नींद भी आती है। सांस की समस्या भी नहीं रहती है। सुबह का टहलना अपने आप में किसी औषधि से कम नहीं है।
पैदल चलने के ये है लाभ
चिकित्सकों की माने तो पैदल चलने से दिल की बीमारी नहीं होती है। वजन पूरी तरह से नियंत्रित रहता है। मधुमेह की समस्या नहीं रहती है। साथ ही सुबह टहलने से स्वच्छ हवा फेफड़ें में प्रवेश करती है। इससे शरीर में दिन भर ताजगी भी बनी रहती है।