सहायक वित्त लेखाधिकारी 70 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की ट्रैप टीम ने बीएसए ऑफिस से डीआइओएस ऑफिस में तैनात सहायक वित्त लेखाधिकारी को 70 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 08:00 AM (IST)
सहायक वित्त लेखाधिकारी 70 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
सहायक वित्त लेखाधिकारी 70 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

मेरठ, जेएनएन। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की ट्रैप टीम ने बीएसए ऑफिस से डीआइओएस ऑफिस में तैनात सहायक वित्त लेखाधिकारी को 70 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। दो कॉलेजों की बिल्डिंग की फाइल पास करने के लिए लेखाधिकारी ने यह रकम मांगी थी। आरोपित के खिलाफ नौचंदी थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

बुधवार को रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि विजिलेंस की ट्रैप टीम के प्रभारी सीओ शमशेर सिंह ने नौचंदी थाना क्षेत्र स्थित बीएसए ऑफिस से सहायक वित्त लेखाधिकारी नीरज कुमार पुत्र अम्मन सिंह निवासी ग्राम कोठनी थाना खुर्जा बुलंदशहर हाल निवासी पांडव नगर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीओ ने बताया कि अजय प्रताप पुत्र सतपाल सिंह निवासी हाजीपुर स्याना बुलंदशहर की तरफ से शिकायत की गई थी। अजय प्रताप सरकारी ठेकेदार हैं। उनके पास मेरठ के स्कूल कॉलेजों में होने वाले निर्माण का ठेका है। हाल में अजय प्रताप ने पीपलीखेड़ा और मुंडाली में राजकीय हाईस्कूल में नई बिल्डिंग बनाई है। इस भवन की पत्रावली पास करने के लिए नीरज कुमार 70 हजार रुपये मांग रहा था। रकम नहीं देने पर पिछले एक माह से उनकी फाइल पास नहीं की जा रही थी, जिससे निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा था। नीरज कुमार के इस रवैये से परेशान होकर अजय प्रताप ने विजिलेंस से संपर्क किया। विजिलेंस ने पहले नीरज कुमार द्वारा वसूली के सभी प्रमाण जुटाए। उसके बाद डीएम से अनुमति लेने के बाद छापामारी की।

बीएसए ऑफिस में विजिलेंस ने बिछाया जाल

नीरज कुमार पर बीएसए ऑफिस का अतिरिक्त चार्ज है। वह बुधवार सुबह बीएसए ऑफिस आया था। तभी अजय प्रताप भी यहां पहुंच गए। उन्होंने रिश्वत की रकम पर लाल पाउडर लगा रखा था। टीम गेट के बाहर खड़ी थी। अजय ने नीरज को 70 हजार रुपये दिए। इसी बीच टीम ने रकम को नीरज के हाथ से बरामद कर लिया।

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