हर तरफ से उठी गिरफ्तारी की मांग, पुलिस दे रही सिर्फ आश्वासन
अधिवक्ता ओमकार तोमर और आरोपित संजय मोतला आत्महत्या प्रकरण में हर तरफ से आरोपितों की गिरफ्तारी की माग उठ रही है।
मेरठ, जेएनएन। अधिवक्ता ओमकार तोमर और आरोपित संजय मोतला आत्महत्या प्रकरण में हर तरफ से आरोपितों की गिरफ्तारी की माग उठ रही है। हालाकि पुलिस और प्रशासनिक अफसर दोनों ही पक्षों को अभी आश्वासन ही दे रहे हैं। शनिवार को अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल एडीजी से मिला, जबकि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ गुर्जर समाज के लोगों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। दोनों ही पक्षों ने नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को आíथक सहायता की माग की है।
गंगानगर के ईशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर ने बीते दिनों आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अधिवक्ता के बेटे की तरफ से भाजपा विधायक दिनेश खटीक समेत 14 लोगों को नामजद कराया गया। पुलिस ने दादरी गाव निवासी एक आरोपित संजय मोतला की धरपकड़ को दबिश डाली, और संजय की पत्नी नीलम, मा संतरा और भाई की पत्नी गीता को हिरासत में ले लिया। इससे क्षुब्ध होकर संजय मोतला ने फासी लगाकर जान दे दी। इसके बाद उनके भाई सुशील की तरफ से अधिवक्ता ओमकार सिंह के बेटे लव, दिव्येश, भतीजे गुड्डू, भाई शिवकुमार और रिश्तेदार अशोक को नामजद कराया गया। संजय मोतला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई है, माना जा रहा है कि संजय ने फासी लगाकर ही जान दी है। दोनों तरफ से आरोपितों की गिरफ्तारी को अलग-अलग तरीके से दबाव बनाया गया है। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर त्यागी के नेतृत्व में अधिवक्ता शाम पाच बजे तक कलक्ट्रेट परिसर में क्रमिक अनशन पर रहे। साथ ही सुबह महावीर त्यागी, सचिन चौधरी, डा. ओपी सिंह समेत एक प्रतिनिधिमंडल एडीजी से मिला। उन्होंने आरोपितों की गिरफ्तारी की माग की है। उनका कहना है कि पुलिस अभी तक दबिश देने तक ही सीमित है, अभी तक एक भी आरोपित को नहीं पकड़ा गया। इस पर एडीजी ने आरोपितों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया।
उधर, शाम को केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ गुर्जर समाज के लोग संजय मोतला के परिवार को लेकर डीएम से मिले। उन्होंने पीड़ित परिवार को आíथक सहायता और पाचों आरोपितों की गिरफ्तारी की माग की है। डीएम ने भरोसा दिया कि एसएसपी से इस संबंध में बात कर कार्रवाई कराएंगे। इस मौके पर ओमवीर, सुशील समेत काफी लोग मौजूद रहे।
साक्ष्यों की कर रहे पड़ताल
एसएसपी, एसपी सिटी और एसपी देहात के साथ आत्महत्या के दोनों मुकदमों में बातचीत की और अभी तक विवेचना में प्रगति के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने काफी साक्ष्य भी जुटा लिए हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है। अब, गिरफ्तारी को लेकर टीम बना दी गई है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
- राजीव सभरवाल, एडीजी
आरोपितों की डेढ़ माह की काल डिटेल बताएगी कुसूरवार
अधिवक्ता ओमकार तोमर और संजय मोतला आत्महत्या प्रकरण में 18 आरोपितों की डेढ़ माह की काल डिटेल से पुलिस कुसूरवार तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। काल डिटेल से देखा जा रहा है कि किस आरोपित का मृतक से सीधे जुड़ाव था। उसके आधार पर ही पुलिस आरोपितों के घर पर दबिश डालेगी। इंस्पेक्टर गंगानगर का दावा है कि सभी आरोपित घर से फरार हैं।
गंगानगर के ईशापुरम में अधिवक्ता ओमकार तोमर और दादरी के संजय मोतला आत्महत्या प्रकरण में 19 आरोपित नामजद हैं। इनमें एक आरोपित संजय ने आत्महत्या कर ली है। अब दोनों मुकदमों में 18 आरोपित हैं। पुलिस ने सभी 18 आरोपितों की जनवरी से 18 फरवरी तक की काल डिटेल मंगा ली है। पुलिसकíमयों की एक टीम बनाकर काल डिटेल की पड़ताल जारी है। देखा जा रहा है कि कौन-कौन आरोपित सीधे मृतकों से जुड़ा हुआ था। उसके बाद देखा जा रहा है कि मृतक या उसके परिवार के साथ किसके द्वारा कितनी बार बात की गई है। इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा ने बताया कि काल डिटेल से बहुत चीजें स्पष्ट हो रही हैं।
इसके अलावा लव तोमर की तरफ से पत्नी स्वाति की अश्लील फोटो की भी जाच कराई जा रही है। देखा जा रहा है कि फोटो असली है या उन्हें एडिट किया गया है। इंस्पेक्टर का कहना है कि सभी नामजद आरोपित फरार हैं। उनकी सुरागरसी को लेकर पुलिस लगाई गई है। आरोपितों के फरार होने पर उनके घर पर कोई दबिश नहीं डाली गई है। साथ ही सुसाइड नोट की फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है।
दोनों मामलों से जुड़े अन्य लोगों के होंगे बयान
दोनों आत्महत्याओं की घटना से सीधे-सीधे जुड़े 22 लोगों के बयान पुलिस दर्ज करेगी। सभी के नाम चिहिन्त कर लिए गए हैं। पुलिस जल्द ही उक्त लोगों के बयान भी दर्ज करेगी ताकि लव तोमर और उनकी पत्नी स्वाति के विवाद के बारे में पूरी जानकारी ली जा सके। इस मामले में खतौली पुलिस के भी बयान दर्ज किए जाएंगे, पुलिस की तरफ से कार्रवाई के ब्योरे को भी विवेचना का हिस्सा बनाया जाएगा। इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा ने बताया कि आत्महत्या के मुकदमे में प्रत्येक पहलू को देखकर विवेचना बढ़ाई जा रही है। सुसाइड नोट को सबसे महत्वपूर्ण साक्ष्य माना गया है। उसकी फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद पूरा मामला साफ हो जाएगा।
अभी कहीं दबिश नहीं, करेंगे गिरफ्तारी
दोनों आत्महत्या प्रकरण में पुलिस कार्रवाई कर रही है। सुसाइड नोट की फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार है। अभी तक सभी आरोपित फरार हैं। परिवार के अन्य सदस्यों से बातचीत कर उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। आरोपितों के घर पर नहीं रहने से कहीं कोई भी दबिश नहीं डाली गई है। आरोपितों की पड़ताल के लिए सíवलास का सहारा भी लिया जा रहा है।
-अजय साहनी, एसएसपी