मेरठ में इसाईयों के कब्रिस्तान में असामाजिक तत्व खेल रहे जुआ, कब्र के पास से मिला ये सामान

असामाजिक तत्वों ने कब्रिस्तान को जुए का अड्डा बना लिया है। जबकि कब्रिस्तान की सुरक्षा के लिए चौकीदार भी तैनात है। लेकिन कब्रिस्तान में जुए का खेल जारी है। उधर पुलिस का दावा है कि कस्बे में जुआ नहीं चल रहा है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:59 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:59 PM (IST)
मेरठ में इसाईयों के कब्रिस्तान में असामाजिक तत्व खेल रहे जुआ, कब्र के पास से मिला ये सामान
इसाईयों के कब्रिस्तान में असामाजिक तत्व खेल रहे जुआ।

मेरठ, जेएनएन। असामाजिक तत्वों ने कब्रिस्तान को जुए का अड्डा बना लिया है। जबकि कब्रिस्तान की सुरक्षा के लिए चौकीदार भी तैनात है। लेकिन, कब्रिस्तान में जुए का खेल जारी है। उधर, पुलिस का दावा है कि कस्बे में जुआ नहीं चल रहा है।

यह है मामला

सरधना-बिनौली रोड स्थित लोकप्रिय रोड पर इसाइयों का कैथोलिक कब्रिस्तान है। लेकिन, सुरक्षा मजबूत नहीं होने के चलते यहां पर असामाजिक तत्वों का भी आना जाना है। इसके चलते रोकटोक नहीं होने से असामाजिक तत्व शराब के नशे में धुत होकर कब्रों के पास जुआ खेलते है। वहीं, कुछ बच्चे यहां पर घूमने के बहाने इंस्टाग्राम पर वायरल करने के लिए वीडियो बनाते है। हालांकि, आसपास के लोगों के अनुसार दिन में गार्ड रहता है।

एक चौकीदार के हवाले पूरा कब्रिस्तान

चौकीदार सलीम ने बताया कि उनके पास ही कब्रिस्तान के देखरेख की जिम्मेदारी है। कई बार असामाजिक तत्वों को भगाया भी हैै। लेकिन, वह फिर आ जाते है। कई माह पहले रात में यहां पर असामाजिक तत्वों में लड़ाई भी हो गई थी।

एएसआई के देखरेख में है कब्रिस्तान

कैथोलिक चर्चा में बेगम समरू के वंशजों का मकबरा है। कब्रिस्तान में घुसते ही रास्ते के पास बाई ओर बेगम के फ्रांसीसी पति ले वैसेऊ की कब्र बनी है। इसलिए यह चर्च एएसआइ की देखरेख में है।

हर दो नवंबर को मनाया जाता है आलसोल-डे

ईसाइ समुदाय के लोग हर नवंबर माह की दो तारीख को अपने पूर्वजों को याद कर क्रब पर मोमबत्ती जलाकर आलसाेल-डे मनाते है। हालांकि, इससे पहले पूरे कब्रिस्तान में साफ-सफाई भी युद्ध स्तर पर होती है।

इन्होंने कहा...

अगर कब्रिस्तान में ऐेसा हो रहा है तो गलत है। शाम को पुलिस भेजकर असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

- आरपी शाही, सीओ सरधना

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