कोरोना की जगह एंटी रेबीज वैक्सीन : डीएम ने फार्मासिस्ट को किया निलंबित, अधीक्षक को चेतावनी

तीन वृद्धा को कोरोनारोधी की जगह एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने के मामले में जिलाधिकारी ने सीएचसी कांधला के फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया है। जन औषधि केंद्र के फार्मासिस्ट की सेवा समाप्त कर दी गई है। साथ ही चिकित्सा अधीक्षक को भी कड़ी चेतावनी दी गई है।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 02:54 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 02:54 PM (IST)
कोरोना की जगह एंटी रेबीज वैक्सीन : डीएम ने फार्मासिस्ट को किया निलंबित, अधीक्षक को चेतावनी
शामली में कोरोना वैक्‍सीन की जगह एंटी रेबीज का मामला।

शामली, जेएनएन। तीन वृद्धा को कोरोनारोधी की जगह एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने के मामले में जिलाधिकारी ने सीएचसी कांधला के फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया है। जन औषधि केंद्र के फार्मासिस्ट की सेवा समाप्त कर दी गई है। साथ ही चिकित्सा अधीक्षक को भी कड़ी चेतावनी दी गई है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) कांधला में मोहल्ला सरावज्ञान निवासी महिला सरोज, रेलवे मंडी निवासी अनारकली व सत्यवती कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने पहुंची थी। उनकी ओपीडी पर्ची बना दी गई । सीरिंज भी बाहर से मंगाई गई और एंटी रेबीज वैक्सीन लगा दी। घर पहुंचने पर सरोज की तबीयत बिगड़ी थी और स्वजन निजी चिकित्सक के पास लेकर गए थे। ओपीडी पर्ची देखकर चिकित्सक ने बताया था कि एंटी रेबीज वैक्सीन लगी है। स्वजनों ने शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मामले की जांच के लिए एसडीएम कैराना उद्भव त्रिपाठी और एसीएमओ डा. अनिल कुमार की कमेटी बनाई थी। दोनों ने सीएचसी जाकर जांच की और जिलाधिकारी को रिपोर्ट दी।

जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोनारोधी वैक्सीन का केंद्र प्रथम तल पर था और तीनों वृद्धा नीचे ओपीडी में चली गईं थी। ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट नरेश शर्मा बिना किसी को सूचना दिए कहीं चले गए थे और उनके स्थान पर सीएचसी परिसर स्थित जन औषधि केंद्र के निजी फार्मासिस्ट ताहिर हुसैन ने एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई। यह घोर लापरवाही है। सीएमओ को निर्देश दे दिए हैं कि सीएचसी के फार्मासिस्ट को निलंबित किया जाए। जन औषधि केंद्र के फार्मासिस्ट की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई होगी।

जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि थोड़ी ही लापरवाही टीका लगवाने वालों की थी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की ज्यादा लापरवाही पाई गई है। मामले का संज्ञान लेकर जांच कराई गई थी। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। 

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