Ram Mandir Bhoomi Poojan: बजरंग दल के पूर्व संयोजक अनिल पांडेय को भूमि पूजन में शामिल न होने की टीस
बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक अनिल पांडेय को राम मंदिर के भूमि पूजन में शामिल न हो पाने की टीस जरूर है संतोष इस बात का है कि उनके जीवनकाल में यह सपना साकार हो गया है।
बिजनौर, [राजनारायण कौशिक]। अयोध्या में आज होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन में शामिल न हो पाने की टीस जरूर है, किंतु संतोष इस बात का है कि उनके जीवनकाल में यह सपना साकार हो गया है। यह कहना है बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक अनिल पांडेय का।
मूलरूप से चांदपुर निवासी अनिल पांडेय बताते हैं, वह 1984 में श्रीराम-जानकी यात्रा, 1989 शिला पूजन एवं 1990 में हुई कारसेवा में बिजनौर जिले की टोली के नायक रहे थे। उनके नेतृत्व में बिजनौर जिले के हजारोंं लोगों ने कारसेवा में भागीदारी की। वह श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय और विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडिया के नजदीकी रहे।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार में मंत्री रहे दाऊदयाल खन्ना ने 1980 में पहली बार विहिप को अयोध्या में श्रीराम मंदिर होने के पुख्ता दस्तावेज सौंपे थे। इसके बाद विहिप ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। संतों ने गांव स्तर पर युवाओं को जागरूक किया। उनकी टोली को अयोध्या में आठ फुट का चौकोर गड्ढा खोदने का दायित्व सौंपा गया था। मंदिर का शिलान्यास बिहार निवासी कामेश्वर चौपाल ने किया था।
अनिल पांडेय बताते हैं, 1990 में उन्हें अयोध्या में गिरफ्तार कर नैनी जेल भेजा गया था। वहां भाजपा नेता एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण ङ्क्षसह के साथ 27 दिन जेल में रहे। छह दिसम्बर 1992 को वह ढांचा विध्वंस के दौरान अयोध्या में मौजूद थे।