मुजफ्फरनगर के गांव अखलाकपुरा में अनुसूचित जाति के लोगों ने किया पलायन का एलान, प्रधानपति से है नाराजगी

मुजफ्फरनगर के गांव अखलाकपुरा में खत्तों की जमीन पड़ी हुई है। इस पर अधिकतर अनुसूचित जाति के लोग अपनी कूड़ी डालते हैं। शुक्रवार की शाम अचानक से गांव प्रधान पति खालिद जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे और वहां पड़ी कूड़ी को खुर्द बुर्द कर दिया। इससे रोष फैल गया।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 09:42 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 12:00 AM (IST)
मुजफ्फरनगर के गांव अखलाकपुरा में अनुसूचित जाति के लोगों ने किया पलायन का एलान, प्रधानपति से है नाराजगी
मुजफ्फरनगर के गांव अखलाकपुरा में लोगों ने घर की दीवार पर लिखा मकान बिकाऊ है।

मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। जानसठ क्षेत्र के गांव अखलाकपुरा में गांव प्रधान द्वारा वर्षों से पड़े अनुसूचित जाति के खत्तों को खुर्द-बुर्द करने से नाराज लोगों ने अपने घरों पर 'घर बिकाऊ है' लिखवा दिया। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में राजस्व की टीम व पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अनुसूचित जाति के लोगों को दोबारा काबिज कराया। मामला दो समुदाय का होने के कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी है।

यह है मामला

गांव अखलाकपुरा में गांव के नजदीक ही खत्तों की जमीन पड़ी हुई है। इस पर अधिकतर अनुसूचित जाति के लोग अपनी कूड़ी डालते हैं। शुक्रवार की शाम अचानक से गांव प्रधान पति खालिद जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे और वहां पड़ी कूड़ी को खुर्द बुर्द कर दिया। इससे अनुसूचित जाति के लोगों में रोष फैल गया। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया तो मौके पर पुलिस पहुंची और लोगों को शांत किया। लेकिन, तब तक प्रधान पति की जेसीबी ने उनकी कूड़ी आदि को खुर्द-बुर्द कर दिया था। शनिवार की सुबह नाराज लोगों ने अपने घरों के बाहर यह मकान बिकाऊ है लिखवा दिया। दर्जनों लोग कोतवाली में पहुंचकर अपना रोष प्रकट किया। गांव निवासी धर्म सिंह, मांगेराम, विनोद कुमार, राजू, सोनू, पूरण, राजेंद्र, महेंद्र आदि ने बताया कि उनके समाज के गांव में केवल 20-25 घर है, बाकी सब अल्पसंख्यक समाज के लोग हैं। गांव प्रधान पति ने उनकी खत्तों की जमीन पर जबरन जेसीबी चला दी। जिससे वहां पर अपने समाज के लोगों का कब्जा करा सके। उन्होंने बताया कि पहले ही कई लोगों ने उस पर कब्जा करके मकान बना लिए हैं। इंस्पेक्टर डीके त्यागी उन लोगों को लेकर संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे और वहां पर अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी। इससे प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। उन्होंने तुरंत ही टीम बनाकर मौके पर भेजा। जहां पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को वापस उस खत्तों पर अनुसूचित जाति के लोगों की कुड़ी आदि डलवाई। और घरों पर लिखे संदेश को मिटवाया। लेकिन अभी भी अनुसूचित जाति के लोगों में रोष बना हुआ है। इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने बताया कि गांव में राजस्व व पुलिस की टीम भेजकर मामले का शांत करा दिया गया है। गांव में तनाव जैसी कोई बात नहीं है।

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