अमित शाह मेरठ में बूथ अध्यक्षों को देंगे चुनावी टिप्स

आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपनी राजनीतिक गतिविधि खासी तेज कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 09:29 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 09:29 AM (IST)
अमित शाह मेरठ में बूथ अध्यक्षों को देंगे चुनावी टिप्स
अमित शाह मेरठ में बूथ अध्यक्षों को देंगे चुनावी टिप्स

मेरठ, जेएनएन। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपनी राजनीतिक गतिविधि खासी तेज कर दी है। केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रभारी धमर्ेंद्र प्रधान के बाद अब गृहमंत्री एवं पार्टी के सबसे बड़े रणनीतिकार अमित शाह मेरठ में अगले सप्ताह आयोजित होने वाले बूथ सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को विजय के टिप्स देंगे। बूथ अध्यक्षों के साथ सम्मेलन करते हुए शाह चुनावी गति को नई धार भी देंगे। मेरठ में होने वाले इस बूथ सम्मेलन के लिए शाह के कार्यक्त्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मेरठ में भाजपा के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल और जिलाध्यक्ष विमल शर्मा ने बताया कि बाइपास पर कार्यक्त्रम होगा। इसमें पश्चिमी क्षेत्र अंतर्गत 14 जिलों के बूथ अध्यक्ष शामिल होंगे। शाह का बूथ मैनेजमेंट मंत्र

पश्चिमी उप्र की 71 विधानसभा सीटों में 51 भाजपा के पास हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा पुराने प्रदर्शन को दोहराने की रणनीति बना रही है। सपा और रालोद के संभावित गठबंधन की घेरेबंदी और उसकी काट में जुटी भाजपा ने इसके लिए अपने संगठन और कार्यकर्ताओं को तेवर देना शुरू कर दिया है। सन 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी अमित शाह ने मेरठ में बूथ मैनेजमेंट का गुर दिया था। इसके बाद पार्टी को यहा प्रचंड बहुमत मिला। इस बार भी माना जा रहा है कि बूथों को री-चार्ज करने के साथ ही शाह चुनावी रणनीति का खाका संगठन को थमाएंगे। भाजपा ने झोंकी पूरी ताकत, सपा रुक रुककर

केंद्र सरकार ने जहा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर मास्टर स्ट्रोक खेला है, वहीं भाजपा अपने तमाम दिग्गज नेताओं का दौरा पश्चिमी यूपी में करवा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुरादाबाद, रामपुर, कैराना, मेरठ और नोएडा का दौरा कर चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल, डिप्टी सीएम केशव मौर्य समेत कई अन्य दिग्गज पश्चिमी यूपी को कई बार मथ चुके हैं। चुनावी तैयारियों की पिच पर भाजपा अन्य दलों से आगे है। दूसरी ओर संभावित गठबंधन की डोर पकड़कर सपा धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है।

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