अमेरिकी महिला को भाया बागपत के रटौल का आम का स्‍वाद, खाकर कही यह बात

दिल्ली में रहने वाली अमेरिका के वाशिंगटन शहर की किमला आसिम ने गूगल पर आम की जानकारी की तो उन्हें रटौल के आम का पता लगा। इसके बारे में पढ़कर शनिवार को वह रटौल के बागान में पहुंची। यहां पर आम का स्‍वाद चखकर प्रशंसा की।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:00 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:00 PM (IST)
अमेरिकी महिला को भाया बागपत के रटौल का आम का स्‍वाद, खाकर कही यह बात
बागपत के रटौल के आम का स्‍वाद विदेशियों को भी खूब भा रहा है।

बागपत, जागरण संवाददाता। इंटरनेट पर बागपत के चांदीनगर में रटौल के विख्यात आम को देखकर अमेरिका से महिला शनिवार को बागान में पहुंची। उन्होंने आम का स्वाद लेकर बागान की सैर की। साथ ही बाग मालिकों से रटौल के आम की जानकारी जुटाई। उन्‍हें यहां के आम का स्‍वाद बेहद भाया।

आम के बाग की सैर

यूं तो आम को फलों का राजा कहा जाता है। यदि जिक्र रटौल के विख्यात आम की हो तो बात ही अलग है। दिल्ली में रहने वाली अमेरिका के वाशिंगटन शहर की किमला आसिम ने गूगल पर आम की जानकारी की तो उन्हें रटौल के आम का पता लगा। इसके बारे में पढ़कर शनिवार को वह रटौल के बागान में पहुंची। जहां उनकी मुलाकात रटौल के बाग मालिक जैद मोहम्मद से हुई। बागान में घूमने की इच्छा जाहिर की। रटौल के आम बागान की सैर कराई। इसके बाद विख्यात रटौल आम का स्वाद भी चखा। उन्होंने कहा कि रटौल आम जैसा स्वाद किसी दूसरे आम में नहीं है। बागान में इमरान, बाबू, नोमान, जुगनू आदि ने उनका स्वागत किया। इसके बाद आम की पैदावार से खर्च व बिक्री तक की जानकारी दी गई। बताया कि आखिरी सीजन चल रहा है। कुछ समय पहले आते तो 100 से अधिक किस्म बागान में मिलती। दोबारा सीजन में आने की बात कहकर महिला दिल्ली वापस लौट गई।

रटौल आम का इतिहास

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि रटौल आम की प्रजाति के चर्चे पाकिस्तान में भी हैं। भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हु़आ, लेकिन रटौल आम की प्रजाति को लेकर अभी भी पाकिस्तान अपना एक अलग रुख रखता है। पाकिस्तान इस आम प्रजाति पर अपना दावा करता है। वैश्विक पहचान रखने वाले वेस्ट यूपी के रटौल गांव के विख्यात आम की जड़ें तो हिंदुस्‍तान में है, लेकिन बंटवारे के वक्त कुछ पौधे यहां से ले जाने वाले पाकिस्तानी इसे अपने यहां अनवर रटौल के तौर पर बताते हैं।

स्वाद व सुगंध है लाजवाब

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व अटल बिहारी वाजपेयी तथा पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भी रटौल आम के मुरीद थे। जानकार बताते हैं कि इंदिरा गांधी को इस आम की खुशबू बहुत पसंद थी। आम का स्वाद व खुशबू बेहद लाजवाब है जो अन्य आम की प्रजाति में इस बेहद खास बनाती है।

chat bot
आपका साथी