15लाख रुपये के कैश को बचाने में गई थी तीनों जाने

कैश से भरा बैग फिर भी नहीं मिला बैंक में जमा करने को रखा था कैश जागरण सवांददाता

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 06:42 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 06:42 PM (IST)
15लाख रुपये के कैश को बचाने में गई थी तीनों जाने
15लाख रुपये के कैश को बचाने में गई थी तीनों जाने

मेरठ,जेएनएन। मोबिल आयल की दुकान में हुए भीषण अग्निकांड की अब परतें उखड़ने लगीं हैं। बुधवार को यह बात भी सामने भी आई की दुकान के अंदरूनी हिस्से में 15 लाख रुपये का कैश रखा था। जिसे बचाने के लिए दुकान स्वामी का बेटा व दो नौकरों की जान चली गई।

सुभाष चौक के पास सतीश पसरीचा की मोबिल आयल की दुकान में सोमवार सुबह भीष्ण अग्निकांड में तीन जान चली गई थीं। जबकि दुकान स्वामी का छोटा बेटा इशान व मानू झुलस गए थे। हालत में बच निकला था। हादसे के तुरंत बाद पहुंचे आलाधिकारियों और राहत में जुटे फायरकर्मियों भी यही सवाल परेशान कर रहा था कि जब दो लोग बच निकले तो तीन लोग कैसे फंसे गए। उस समय भले ही जवाब नहीं मिला लेकिन बुधवार को यह बात सामने आई की दुकान के अंदरूनी हिस्से में 15 लाख रुपये का कैश रखा था। जैसे ही आग लगी तो राजा कैश से भरे बैग को उठाने अंदर चला गया लेकिन जब वह बाहर नहीं आया तो दोनों नौकर शादाब व रोहित भी अग्निशमन यंत्र लेकर बचाव के लिए अंदर पहुंच गए थे। इस बीच विकराल हुई आग से भरे ड्रम एक के बाद एक फटने लगे। जिसके बाद अंदर फंसे तीनों लोग बाहर नहीं निकल सके। जबकि झुलसा इशान भाई को बाहर आने के लिए पुकारता रहा लेकिन वह आग की लपटे व धमाकों के शोर में दबकर रही गई थी। दोपहर बाद गमजदा सतीश पसरीचा ने दुकान पर पहुंचे जहां कुछ नहीं बचा था लेकिन वह सिर्फ इतना ही कह सके गंगा स्नान व रविवार की छुट्टी के चलते कई दिनों की दुकान की खरीद के पैसे बैंक में जमा नहीं हो सके थे। सोमवार सुबह पैसा जमा करने के लिए बेटे राजा को रुपये से भरा बैग देकर मेरठ चले गए थे। इससे पहले उक्त रकम जमा होती आग लग गई। काश वह अपनी जान बचाता पैसे तो दोबारा कमा लेते और दो लोगों की जान ओर बच जाती। राहत कार्य के दौरान नहीं मिला था नोटों से भरा बैग

फायर स्टेशन का प्रभार संभाल रहे दारोगा रविद्र कुमार ने बताया कि राहत कार्य के दौरान झुलसे शव बरामद हुए थे लेकिन नोट से भरा बैग नहीं मिला। माना जा रहा वह भी आग की भेंट चढ़ गया।

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