Air Pollution: ...तो इस बार सर्दी में प्रदूषित नहीं होगी मेरठ की हवा, पढ़िए क्‍या रणनीति बनाई डीएम ने

Air Pollution इस बार सर्दियों में वायु प्रदूषण न बढ़े इसके लिए मेरठ में प्रशासनिक स्‍तर पर प्रयास शुरू हो गए हैं। प्रदूषणकारी उद्योगों की निगरानी करेंगी 12 अफसरों की तीन समितियां सुनिश्चित करेंगी कि ईटीपी चलता रहे और प्रतिबंधित ईंधन का प्रयोग न हो

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:20 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:20 AM (IST)
Air Pollution: ...तो इस बार सर्दी में प्रदूषित नहीं होगी मेरठ की हवा, पढ़िए क्‍या रणनीति बनाई डीएम ने
मेरठ में सर्दियों में वायु प्रदूषण को रोकने की कवायद शुरू हो गई है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Air Pollution हर साल सर्द मौसम में शहर के ऊपर छाने वाली प्रदूषण की चादर को इस साल रोकने की तैयारी की गई है। जिलाधिकारी ने 12 अफसरों की कुल तीन समितियां गठित करके अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है। अब यदि इन अफसरों ने जिम्मेदारी निभाई तो इस बार प्रदूषण कम होगा तथा मेरठ की जनता को राहत मिलेगी।

हवा में घुल जाते हैं प्रदूषण के कण

पिछले कई वर्षों से सर्दी के मौसम में एनसीआर में यह समस्या जनता को परेशान कर रही है। हवा में प्रदूषण के कण मिल जाते हैं। प्रदूषण का स्तर बढ़कर गंभीर स्थिति पर पहुंच जाता है। हालात इस कदर बिगड़ जाते हैं कि सांस की बीमारियों के शिकार लोगों की जान मुसीबत में आ जाती है। अन्य लोगों का भी जीना मुहाल हो जाता है।

अक्टूबर से फरवरी तक निगरानी करेंगी समितियां

जिलाधिकारी के. बालाजी ने हवा की सेहत को नियंत्रित रखने के लिए प्रदूषणकारी उद्योगों की निगरानी कराने की व्यवस्था की है। यह निगरानी अक्टूबर से फरवरी तक होगी। इसके लिए जनपद को तीन क्षेत्रों में बांटकर चार-चार अफसरों की तीन समितियां गठित की गई हैं। प्रत्येक समिति में एक मजिस्ट्रेट, दो पर्यावरण विशेषज्ञ तथा एक पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया है।

ईंधन और चिमनी पर रहेगी नजर

जिलाधिकारी के आदेश के मुताबिक तीनों समितियां अपने-अपने क्षेत्रों में प्रदूषणकारी उद्योगों का लगातार निरीक्षण करेंगी। इस दौरान सुनिश्चित किया जाएगा कि उद्योग में प्रतिबंधित ईंधन का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। साथ ही उद्योग की चिमनी में स्थापित वायु प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र सुचारु तरीके से काम कर रहा है। समितियों को अधिकार होगा कि वे लापरवाह और दोषी उद्योगों के विरुद्ध कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करके जिलाधिकारी को सौंपेंगे।

तीन हिस्सों में बांटा शहर

पहली समिति : मवाना रोड, गढ़ रोड, हापुड़ रोड के औद्योगिक क्षेत्र, मोहकमपुर, स्पोट्र्स गुडस कांप्लेक्स, मोदीपुरम तिराहे से परतापुर तक दिल्ली रोड।

दूसरी समिति : सकौती टांडा से दौराला होते हुए रुड़की रोड, मेरठ बाईपास रोड, रोहटा रोड, सरधना रोड, बागपत

रोड तथा परतापुर से मोहिउद्दीनपुर तक।

तीसरी समिति : उद्योगपुरम, परतापुर, गगोल रोड, शताब्दीनगर तथा अन्य दोनों समिति के क्षेत्र से बचा समस्त औद्योगिक क्षेत्र।

इनका कहना है

सर्दी के मौसम में प्रदूषण की समस्या गंभीर होती है। इस पर नियंत्रण के लिए समितियों का गठन किया गया है। समिति की जिम्मेदारी तय की गई है। उद्योगों के साथ-साथ समिति में शामिल अधिकारी भी लापरवाही नहीं कर सकेंगे। ऐसे उद्योग और जांच अधिकारी सभी कार्रवाई के दायरे में रहेंगे।

- के. बालाजी, जिलाधिकारी 

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