बुलंदशहर में नकली खाद और डीएपी बनाने का कारखाना पकड़ा, हिरासत में दो आरोपित

उप्र के बुलंदशहर जिले में नकली खाद और डीएपी बेचकर लाखों रुपए कमाने वाले गिरोह का राजफाश स्वाट और कृषि विभाग की टीम ने बुधवार की दोपहर किया। आरोपित किसानों को नकली खाद और डीएपी बिक्री करते थे।

By Himanshu DiwediEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 02:07 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 02:07 PM (IST)
बुलंदशहर में नकली खाद और डीएपी बनाने का कारखाना पकड़ा, हिरासत में दो आरोपित
स्‍वाट टीम ने नकली खाद पकड़ी ।

बुलंदशहर, जेएनएन। उप्र के बुलंदशहर जिले में नकली खाद और डीएपी बेचकर लाखों रुपए कमाने वाले गिरोह का राजफाश स्वाट और कृषि विभाग की टीम ने बुधवार की दोपहर किया। आरोपित किसानों को नकली खाद और डीएपी बिक्री करते थे और स्याना रोड स्थित गोदाम में नकली खाद और डीएपी बनाया जाता था। फिलहाल पकड़ में आए आरोपितों से पूछताछ जारी है। 

कुछ दिन पहले कृषि विभाग के अधिकारियों को शिकायत मिली थी कि कुछ लोग विभिन्न नामी-गिरामी कंपनियों के नाम पर नकली यूरिया खाद और डीएपी बनाकर किसानों को बिक्री कर रहे हैं। मामले की जांच पड़ताल शुरू की गई तो नकली खाद और डीएपी बनाने की बात सामने आई। बुधवार को बुलंदशहर स्वाट और कृषि विभाग की टीम ने स्याना रोड स्थित एक गोदाम पर छापेमारी की। जहां बड़ी संख्या में नकली खाद और डीएपी के बोरे बरामद हुए। मौके पर टीम ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक अगौता का निवासी अवधेश कुमार है। जबकि दूसरा हापुड़ निवासी अशोक कुमार है।

दोनों आरोपित नकली सामग्री से खाद और डीएपी बना कर क्षेत्र के किसानों को बिक्री कर रहे थे। आरोपित एक बोरे पर 500 से 600 रुपये का लाभ ले रहे थे। आरोपितों के पास से एक गाड़ी 190 बोरे और मिलावट का सामान बरामद हुआ है। जिला कृषि अधिकारी अश्वनी कुमार ने बताया कि किसी भी हाल में मिलावटी यूरिया या डीएपी का कारोबार नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है। इसके बाद जो भी इस ग्रुप में शामिल होगा उस पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।  

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