Agricultural Laws Protest: वेस्‍ट यूपी में कृषि कानूनों का जबरदस्‍त विरोध, भाकियू ने कई स्‍थानों पर पुतले फूंके, किया प्रदर्शन

Agricultural Laws Protest कृषि कानूनों के विरोध का दौर अभी जारी है। शनिवार को वेस्‍ट यूपी के कई जिलों में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए पुतला भी फूंका। बाद में कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 04:15 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 04:15 PM (IST)
Agricultural Laws Protest: वेस्‍ट यूपी में कृषि कानूनों का जबरदस्‍त विरोध, भाकियू ने कई स्‍थानों पर पुतले फूंके, किया प्रदर्शन
शनिवार को सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली सहित कई स्‍थानों पर भाकियू ने प्रदर्शन किया।

मेरठ, जेएनएन। Agricultural Laws Protest केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को वेस्‍ट यूपी के कई जिलों में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए पुतला भी फूंका। इस दौरान जबरदस्‍त नारेबाजी भी की गई। बाद में अपनी मांगों को ज्ञापन अफसरों को सौंपा गया। सहारनपुर के सरसावा में महीनों से टोल प्लाजा धरना स्थल पर कृषि कानून के खिलाफ धरना पर बैठे भाकियू ने कृषि कानून के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष जताकर कृषि कानून की प्रतियां जला राष्ट्रपति के नाम छह बिन्दुओं पर आधारित ज्ञापन थानाध्यक्ष की गैर मौजूदगी मे एसआई को सौपा।

शनिवार अपने निर्धारित कार्यक्रम में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे नेशनल हाइवे स्थित टोल प्लाजा धरना स्थल पर इकठ्ठा हुए भाकियू, किसानों ने तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने को लेकर सरकार व कृषि कानून के खिलाफ नारेबाजी करते कृषि कानून की प्रतियां जलाई। इस मौके पर उन्होंने एसआई सुरेशपाल सिरोही को  राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें किसान विरोधी कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग की।

यह भी मांग की गई कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बनाया जाए, उत्तर प्रदेश में भी हरियाणा पंजाब की तरह बिजली के रेट घोषित किए जाए, लखमपुर खीरी कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से हटाया जाए,पराली व पाती जलाने वाले कानून को वापस लिया जाए और किसानों के सभी कर्ज माफ एवम विधुत बिल खत्म किए जाए मांगो को रखा। इस अवसर पर सरसावा ब्लॉक प्रमुख स.भोला सिंह, पुवारका ब्लॉक प्रमुख प्रवीण कुमार, चौधरी जिले सिंह, विक्रम सिंह यादव, सागर राणा, सुरेन्द्र सिंह लाडी, इरशाद, ओमपाल सिंह, स.करनैल सिंह, गुरबख्श सिंह, रतन सिंह, हारून, बोबी सैनी आदि मौजूद रहे।

दूसरी ओर शनिवार को नानौता गंगोह मार्ग स्थित तीतरों मोड़ पर कृषि कानूनों को रद करने तथा लखीमपुर खीरी के किसानों के सभी हत्यारों को गिरफ्तार करने आदि मांगों को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं द्वारा भारत सरकार का प्रतियात्मक पुतला फूंक कर प्रधानमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन थानाध्यक्ष सौवीर नागर को दिया गया।

वहीं मुजफ्फरनगर के खतौली में जीटी रोड पर खण्ड विकास के सामने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसान विरोधी कानूनों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर आक्रोश जताया। इस अवसर पर राकेश चौधरी ने कहा कि इस सरकार के किसी भी प्रतिनिधि को किसान अपने गाँवों में 2022 के चुनावों में घुसने नहीं देंगे। वहीं चरथावल क्षेत्र के ग्राम बिरालसी में कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को सयुंक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर भाकियू नेता कुशलवीर के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने भारत सरकार का पुतला फूंका और भारत सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

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