मेरठ में ग्राम प्रधानों और पंचायत सचिवों के बीच तनातनी का दौर शुरू, विकास कार्य प्रभावित
जिले में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिवों के बीच अचानक तनातनी का दौर शुरू हो गया है। पिछले दो सप्ताह में दो दर्जन से शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच चुकी है। इससे 110 ग्राम पंचायत की कार्ययोजना तैयार न होने से बजट आवंटन में भी दिक्कत हो रही है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में ग्राम पंचायत चुनाव के बाद नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों व ग्राम पंचायत सचिवों के बीच टकराव शुरू हो गया है। पिछले दो सप्ताह में ही दो दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों की शिकायत अधिकारियों के पास पहुंच चुकी है। उधर, टकराव बढऩे से गांवों में होने वाले विकास कार्य भी प्रभावित होने लगे हैं।
यह है मामला
ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिवों के बीच अचानक तनातनी का दौर जनपद में शुरू हो गया है। पिछले दो सप्ताह में ही दो दर्जन से अधिक शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच चुकी है। शिकायतों में ग्राम प्रधानों ने सचिवों पर अभद्रता करने, राजनीति करने, घपला करने आदि आरोप लगाए हैं। साथ ही ग्राम पंचायत सचिव को स्थानांतरण करने की मांग भी की गई है। बुधवार को भी दौराला, माछरा और मवाना से ही एक दर्जन ग्राम प्रधानों ने अधिकारियों से शिकायत कर ग्राम पंचायत सचिव को हटाने की मांग की है। महिला प्रधानों ने भी ग्राम पंचायत सचिव पर अभद्रता करने व सम्मान न देने तक का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिवों की तनातनी से ग्राम पंचायत के विकास कार्यो पर भी असर पड़ रहा है। जिले के 110 ग्राम पंचायत की कार्ययोजना तैयार न होने से करीब 2.50 करोड़ के बजट आवंटन में भी दिक्कत हो रही है।
इन्होंने कहा
ग्राम प्रधानों व ग्राम पंचायत सचिवों के सबंध में मिली शिकायतों को संज्ञान में लेकर समाधान के लिए पंचायती राज विभाग को कहा गया है।
शशांक चौधरी, सीडीओ