बागपत में धमकियों से दहशत, पीड़ित परिवार ने की पलायन की तैयारी
बागपत के हिलवाड़ी गांव के मांगे ने बताया कि उसके बेटे रवि को 24 सितंबर की शाम गांव के ही युवक बुलाकर ले गए थे। इसके बाद वह घर नहीं लौटा तलाश करने पर भी नहीं मिला। 26 सितंबर को उन्होंने रवि की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
बागपत, जागरण संवाददाता। बड़ौत क्षेत्र के हिलवाड़ी गांव में रवि हत्याकांड में आरोपितों की धमकियां मिलने के बाद पीडि़त परिवार शुक्रवार को घर का सामान लेकर पलायन करने लगा तो मोहल्ले के लोगों ने रोक लिया। परिवार के लोगों ने घर के बाहर मकान बिकाऊ है के पंफलेट चिपका दिए हैं। आरोप यह भी है कि पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जिससे उनके हौसले बुलंद हो गए हैं। उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
यह है मामला
हिलवाड़ी गांव के मांगे ने बताया कि उसके 26 साल के बेटे रवि को 24 सितंबर की शाम गांव के ही युवक बुलाकर ले गए थे। इसके बाद उसका बेटा घर नहीं लौटा, तलाश करने पर भी नहीं मिला। 26 सितंबर को उन्होंने रवि की गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद उसी दिन पुलिस ने फोन कर उन्हें बताया कि एक युवक का शव मिला है, उसकी पहचान कर लो, यह रवि हो सकता है। इसके बाद उसने शव की पहचान अपने बेटे के रूप में की।
आरोपित दे रहे जान से मारने की धमकी
उसने दो दिन बाद ही गांव के ही अंकित, अंकुश, गोलू और विनीत के खिलाफ रवि की हत्या करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दे दी थी, लेकिन पुलिस ने सात अक्टूबर को मुकदमा दर्ज किया और वह भी शक के आधार पर। आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसके कारण आरोपित उन्हें नाम वापस लेने और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। परेशान होकर शुक्रवार को उसके अलावा उसकी पत्नी रेखा, बेटी अंजलि व शिवानी, बेटा रोहित, छोटा भाई बिलेंद्र उसकी पत्नी रेशमा, भतीजी तनु व भतीजा गौरव घर का सामान बांधकर गांव से पलायन करने लगे। एसओ रवि रतन ङ्क्षसह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार युवक की हादसे में मौत हुई है, लेकिन मांगे गांव के युवकों की गिरफ्तारी बेटे की हत्या में कराना चाहता है। परिवार के लोगों को समझाया जाएगा।