CBSE और CISCE के 10वीं के छात्रों के लिए बेहद अहम खबर, बोर्ड परीक्षा स्थगित पर छात्रों के समक्ष रखे दो विकल्‍प

सीबीएसई और सीआइएससीई ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा भी स्थगित करते हुए छात्रों के समक्ष दो चुनाव रखे हैं। एक में बोर्ड परीक्षा देने व दूसरे में बोर्ड परीक्षा दिए बिना बोर्ड व काउंसिल द्वारा निर्धारित क्राइटेरिया पर मिले अंक से सफल होना है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 05:46 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 09:03 AM (IST)
CBSE और CISCE के 10वीं के छात्रों के लिए बेहद अहम खबर, बोर्ड परीक्षा स्थगित पर छात्रों के समक्ष रखे दो विकल्‍प
सीबीएसई और सीआइएससीई ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा भी स्थगित करते हुए छात्रों के समक्ष दो चुनाव रखे हैं।

मेरठ, अम‍ित तिवारी। सीबीएसई और सीआइएससीई ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा भी स्थगित करते हुए छात्रों के समक्ष दो चुनाव रखे हैं। एक में बोर्ड परीक्षा देने व दूसरे में बोर्ड परीक्षा दिए बिना बोर्ड व काउंसिल द्वारा निर्धारित क्राइटेरिया पर मिले अंक से सफल होना है। अब छात्रों और स्कूलों को भी उस क्राइटेरिया का इंतजार है, जिसपर बोर्ड परीक्षा के अंक निर्धारित किए जाने हैं। स्कूलों ने छात्रों और अभिभावकों का मार्गदर्शन करने और काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ छात्र परीक्षा देना चाहते हैं तो बहुत से छात्र ऐसे भी हैं जो बिना परीक्षा दिए ही बोर्ड की क्राइटेरिया पर सफल होना चाहते हैं। क्राइटेरिया पर मिलने वाले अंक को देखने के बाद ही अधिकतर छात्र व अभिभावक बोर्ड परीक्षा में शामिल होने या न होने का निर्णय ठीक से ले सकेंगे।

अब समय न गवाएं छात्र और स्कूल

10वीं तक के बच्चों की मानसिकता को देखें तो बहुत कम छात्र ही बोर्ड परीक्षा का आप्शन चुनना चाहेंगे। वैसे भी कोविड की स्थित को देखते हुए बोर्ड परीक्षा का होने में भी संशय है। इसलिए छात्रों को सीबीएसई द्वारा सुझाए गए दूसरे आप्शन का ही चुनाव करना चाहिए। इससे छात्रों व स्कूलों का समय बचेगा। छात्रों की पिछली पढ़ाई में जो भी नुकसान हुआ उसे पीछे छोड़कर 11वीं की पढ़ाई को बेहतरी करने की ओर अग्रसर होना चाहिए। वर्तमान परिस्थिति में सीबीएसई ने जो भी निर्णय लिया है वहीं सबसे उत्तम है। इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता है।

कुछ इस प्रकार हो सकती है क्राइटेरिया

-सीबीएसई एकरूपता बनाए रखने के लिए पूरे देश की स्थिति के अनुरूप ही निर्णय लेगा।

-एक-दो के फिजिकल मोड को छोड़कर अधिकतर इंटर्नल एग्जाम भी आनलाइन ही हुए थे।

-सीबीएसई ने स्कूलों ने आनलाइन व आफलाइन एग्जाम कराने का डाटा लेना शुरू कर दिया है।

-पूरे देश के डाटा के आधार पर बेस्ट-टू लिखित परीक्षा के अंक लेकर किसी फार्मूले से रिजल्ट तैयार कर सकते हैं।

-सुचिता बरकरार रखने के लिए सीबीएसई स्कूलों ने कुछ छात्रों के उत्तर पुस्तिका की फोटोकापी भी ले सकता है।

छात्रों के लिए सुझाव

छात्र कक्षा 10वीं के रिजल्ट की चिंता न करें। सीबीएसई उसका ख्याल रखेगा। छात्रों को 11वीं की पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए जो उनके भविष्य में काम आएगा और बिना और देर किए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

स्कूलों के लिए सुझाव

स्कूलों को वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह मान लेना चाहिए कि यही एक मात्र आप्शन था। अगले दो सालों को छात्रों को टेस्ट करने के कई मौके मिलेंगे। जीवन पहले है। इसलिए सीबीएसई गाइडलाइन का इतजार करें, उनका अनुशरण करें और 11वीं कक्षा के आनलाइन या आफलाइन सचांलन की तैयारी करें।

इनका कहना है...

सीबीएसई कई तरीके से छात्रों को पास करने का क्राइटेरिया तय कर सकता है। इसमें छात्रों को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए स्कूलों व छात्रों को यह समझना चाहिए जो बीत गया उससे आगे निकलकर भविष्य की ओर बढ़ना हैै। उसकी तैयारी शुरू कर दें।

-राहुल केसरवानी, सचिव, मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स

सीबीएसई ने इंटर्नल असेस्मेंट के अंक लेने शुरू कर दिए हैं। प्री-बोर्ड और छमाही के अंक भी मागे जा सकते हैं। इन सभी अंक का औसत निकालकर अंतिम रिजल्ट तैयार किया जा सकता है।

-जीपी सिन्हा, सचिव, मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स मेरठ महान 

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