बिजनौर के बाद अब सहारनपुर के बेहट में गुलदार की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत, चलाया सर्च अभियान
जिला बिजनौर के बाद सहारनपुर में गुलदार की दहशत है। शिवालिक के जंगलों से खूंखार जानवरों के आबादी क्षेत्र की ओर पलायन की घटनाएं क्षेत्र में होती रहती हैं। अधिकतर गुलदार ही जंगल से निकलकर कई कई किलोमीटर आबादी क्षेत्र तक पहुंच जाते हैं।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। बिजनौर के बाद सहारनपुर जिले में भी गुलदार की दहशत पसर गई है। यहां बेहट क्षेत्र में एक बार फिर गुलदार की जंगल में दस्तक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और जंगल में काफी तलाश की। लेकिन कोई गुलदार नहीं मिला। लेकिन गुलदार की तलाश में सर्च अभियान आगे भी जारी रहेगा।
देखें गए हैं गुलदार
गौरतलब है कि शिवालिक के जंगलों से खूंखार जानवरों के आबादी क्षेत्र की ओर पलायन की घटनाएं क्षेत्र में होती रहती हैं। अधिकतर गुलदार ही जंगल से निकलकर कई कई किलोमीटर आबादी क्षेत्र तक पहुंच जाते हैं। कई बार तो तहसील मुख्यालय के आसपास के गांव के जंगलों तक यह गुलदार देखे गए हैं। जिन्हें पकडऩे के लिए वन विभाग की स्थानीय टीमें दिन रात प्रयास करती रही। लेकिन देखने व पीछा करने के बावजूद कभी कोई जंगली जानवर वन विभाग की टीम के हाथ नहीं आया। एक बार तो मेरठ से भी वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी पीछा करते हुए उस समय गुलदार ने डिप्टी रेंजर पर भी हमला कर दिया था। यही नहीं शिवालिक के जंगल में प्रदेश के दूसरे जनपदों से भी पकड़े गए गुलदार लाकर छोड़े जाते हैं।
ग्रामीणों से सतर्क रहने को कहा
जंगलों से भटक गए यह जंगली जानवर यहां आने के बाद भी जंगल छोड़कर आबादी के आसपास का रुख कर लेते हैं। क्षेत्र के ग्राम आलमपुर खुर्द के जंगल में गुलदार देखा गया। जिसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई। वन क्षेत्राधिकारी आर एन किमोटी टीम के साथ पहुंचे और जंगल में उसकी तलाश की। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि तलाश में कहीं गुलदार नहीं मिला है। ग्रामीणों को सतर्क कर कहा गया है कि जैसे दिखाई दे, उन्हें सूचना दें। ग्रामीण आकाश, जनेश्वर प्रसाद, लाखन सिंह, कृपाल सैनी, महेंद्र सिंह, अश्वनी कुमार व सीताराम आदि ने बताया कि आलमपुर खुर्द के अलावा खुर्रम पुर समसपुर जमालपुर चांडी व जेतपुर आदि गांवों के जंगलों में गुलदार को देखा गया है। जिसके चलते लोग जंगलों में तो अकेले जा ही नहीं रहे हैं। रात में पशुशालाओं पर भी चौकसी बरत रहे हैं।