Admission in ITI: मेरठ में छात्रों के लिए अवसर, आइटीआइ में प्रवेश के लिए 22 अक्टूबर तक सकते हैं आवेदन

Admission in ITI मेरठ में आइटीआइ में प्रवेश के लिए 19 अक्टूबर से आनलाइन आवेदन प्रक्रिया चल रही है। अब इसकी अंतिम तिथि 22 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। छात्रों के अब एक और अवसर है वे चाहें तो प्रवेश ले सकते हैं। प्रक्रिया अभी जारी है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 03:20 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 03:20 PM (IST)
Admission in ITI: मेरठ में छात्रों के लिए अवसर, आइटीआइ में प्रवेश के लिए 22 अक्टूबर तक सकते हैं आवेदन
मेरठ आईटीआई में प्रवेश के लिए छात्रों के पास अभी मौका है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Admission in ITI आइटीआइ में प्रवेश के तीसरे चरण की सूची के प्रवेश के बाद भी सीट रिक्त रह गई है। इन सीटों पर प्रवेश के लिए 19 अक्टूबर से आनलाइन आवेदन प्रक्रिया चल रही है। अब इसकी अंतिम तिथि 22 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। साथ ही जिन अभ्यर्थियों ने पहले से आवेदन किया था, लेकिन पहले की सूची से प्रवेश लेने से वंचित रह गए थे। ऐसे अभ्यर्थी www.scvtup.in साइट पर जाकर अपने आवेदन को अपग्रेड कर सकेंगे।

परिषद की वेबसाइट का देखें

नोडल प्रधानाचार्य पीपी अत्रि ने बताया कि रिक्त सीटों के सापेक्ष आवेदन प्रक्रिया 22 अक्टूबर है। जिन ट्रेड की योग्यता हाईस्कूल है उनकी हाई स्कूल की मेरिट के आधार पर और जिन ट्रेड की योग्यता आठवी है उनकी प्रवेश सूची आठवीं के आधार पर तैयार की जाएगी। अधिक जानकारी व आवेदन के लिए परिषद की वेबसाइट www.scvtup.in को देखा जा सकता है। पहले से आवेदन करने वालों का प्रवेश नहीं हुआ है तो वे भी अपग्रेड कर सकते हैं। नए आवेदकों को 250 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा।

कानून की पढ़ाई में शिक्षकों की कमी से जूझ रहे कालेज

मेरठ सहित प्रदेश में कानून की पढ़ाई कराने वाले महाविद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में शैक्षणिक अर्हता कम करने की मांग की जा रही है। लखनऊ में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को ज्ञापन देकर कालेजों ने इसमें सुधार करने की मांग की। सेल्फ फाइनेंस डिग्री कालेज वेलफेयर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कुलदीप चौहान, सचिव प्रशांत जैन ने अपने ज्ञापन में बताया कि विधि महाविद्यालयों में कुछ साल पहले विधि स्नातक पाठ्यक्रम में शिक्षकों की अर्हता परास्नातक थी। जिसे बाद में नेट और पीएचडी कर दिया गया। जिनकी उपलब्धता काफी कम है।

यह भी बताया

उन्होंने राज्य प्राविधिक विश्वविद्यालय के मानकों का हवाला देते हुए बताया कि यहां स्नातक स्तर पर पढ़ाने वाले शिक्षकों की शैक्षणिक अर्हता परास्नातक है। साथ ही बार काउंसिल आफ इंडिया के नियमों में भी उन्होंने परास्नातक डिग्री का प्रावधान बताया।

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