यूजी और पीजी में अंतिम ओपन मेरिट से प्रवेश आज से

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और संबद्ध कालेजों में संचालित स्नातक प्रथम वर्ष परास्नातक प्रथम वर्ष और एलएलबी में प्रवेश के लिए अब आखिरी मौका है। एक दिसंबर तक जिन अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है और अपने आफर लेटर कालेजों में जमा कर दिए हैं ऐसे छात्र-छात्राओं की अंतिम ओपन मेरिट बनाकर कालेज प्रवेश लेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 09:07 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 09:07 AM (IST)
यूजी और पीजी में अंतिम ओपन मेरिट से प्रवेश आज से
यूजी और पीजी में अंतिम ओपन मेरिट से प्रवेश आज से

मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और संबद्ध कालेजों में संचालित स्नातक प्रथम वर्ष, परास्नातक प्रथम वर्ष और एलएलबी में प्रवेश के लिए अब आखिरी मौका है। एक दिसंबर तक जिन अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है और अपने आफर लेटर कालेजों में जमा कर दिए हैं, ऐसे छात्र-छात्राओं की अंतिम ओपन मेरिट बनाकर कालेज प्रवेश लेंगे। कुछ कालेजों ने आफर लेटर के अनुसार अपनी मेरिट देर शाम तैयार कर नोटिस बोर्ड पर चस्पा भी कर दी है। इससे छात्र दो दिसंबर से चार दिसंबर तक प्रवेश ले सकेंगे। कालेजों को प्रवेश लेने के बाद चार दिसंबर तक प्रवेश पुष्ट भी करना होगा। इसके बाद प्रवेश की प्रक्रिया बंद कर दी जाएगी।

सीसीएसयू के 300 कालेज सहारनपुर से जुड़ेंगे

मेरठ: सहारनपुर में गुरुवार को मां शाकंभरी विश्वविद्यालय (एमएसयू) के भवन का शिलान्यास हो रहा है। इसके निर्माण होने के साथ ही चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) के करीब 300 कालेज एमएसयू सहारनपुर जुड़ जाएंगे। सीसीएसयू से जुड़े कालेजों की संख्या 700 रह जाएगी।

अभी सीसीएसयू से मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली जिले के कालेज जुड़े हैं। सहारनपुर विश्वविद्यालय बनने के बाद सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली जिले निकल जाएंगे। माना जा रहा है कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 में सहारनपुर विश्वविद्यालय से कालेजों को संबद्ध कर दिया जाएगा।

केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग

सहारनपुर में राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने गृहमंत्री अमित शाह आ रहे हैं। कुछ छात्र सहारनपुर में बनने वाले विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं। बुधवार को छात्र नेता विनीत चपराना और अन्य छात्रों ने गृहमंत्री और शिक्षा मंत्री को ट्वीट भी किया। छात्रों का कहना है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक भी केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं है। अगर सहारनपुर में केंद्रीय विश्वविद्यालय बन जाए तो पूरे क्षेत्र के छात्रों का पलायन रुकेगा।

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