सूर्य नमस्कार कर रहें स्वस्थ्य, डा. अदिति से जानिए- इससे मिलने वाले फायदे
डा. अदिति ने आज अपनी दिनचर्या को साझा किया है। जिसमें वह खुद को फिट रखने के लिए नियमित सूर्य नमस्कार भी करती हैं। योग में प्राणायाम ध्यान सूक्ष्म व्यायाम सूर्य नमस्कार करती हैं। सुबह कुछ देर वह टहलती भी हैं।
[विवेक राव], मेरठ। स्वस्थ रहना हमारा हक है। अगर हम स्वस्थ रहेंगे तभी कोई भी काम अच्छे से कर पाएंगे। स्वस्थ रहने के लिए बहुत से लोग जिम में जाकर पसीने बहाते हैं। तो कुछ लोग सुबह और शाम की दौड़ लगाते हैं। अगर आप कई तरह के आसान और योग अभ्यास को नहीं करना चाहते हैं तो एक आसान सूर्य नमस्कार से सब कुछ हासिल कर सकते हैं। डा. अदिति ने आज अपनी दिनचर्या को साझा किया है। जिसमें वह खुद को फिट रखने के लिए नियमित सूर्य नमस्कार भी करती हैं।
नियमित है सोने और जगने का समय
डा. अदिति सुबह छह बजे बिस्तर छोड़ देती हैं। सुबह 40 मिनट वह नियमित योग का अभ्यास करती हैं। योग में प्राणायाम, ध्यान, सूक्ष्म व्यायाम, सूर्य नमस्कार करती हैं। सुबह कुछ देर वह टहलती भी हैं। अगर सुबह समय नहीं मिलता है तो शाम को भी कुछ देर तक वह जरूर टहलती हैं।
श्रेष्ठ व्यायाम है सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार को श्रेष्ठ व्यायाम कहते हैं। इसमें आसन, प्राणायाम और मुद्रा सभी का लाभ मिल जाता है। सूर्य नमस्कार से शरीर के सभी अंगों पर प्रभाव पड़ता है। अगर नियमित अभ्यास करते रहें तो फेफड़े के अंदर शुद्ध प्राण वायु का प्रवेश होता है, शरीर सूर्य के समान चमकते भी लगता है। सूर्य नमस्कार में 12 तरह के आसान करने होते हैं। इसमें पहले आसन में सीधे खड़े होकर दोनों हाथ को जोड़ते हुए प्रणाम की मुद्रा में रहते हैं। सूर्य नमस्कार में शरीर का पूरा अभ्यास हो जाता है। विशेषज्ञों की माने तो सूर्य नमस्कार से मानसिक, शारीरिक और आत्मिक बल बढ़ता है। स्मरण शक्ति बढ़ती है, त्वचा से संबंधित कोई बीमारी होती है तो वहभी ठीक हो जाता है।
नहीं रहता है आलस्य
डा. अदिति बताती हैं कि जब से उन्होंने योग का अभ्यास करना शुरू किया तब से शरीर में किसी तरह का आलस्य नहीं रहता है। तन और मन में पूरी तरह से स्फूर्ति बनी रहती है। शरीर तनावमुक्त रहता है। मधुमेह, मोटापा, ब्लडप्रेशर जैसी बीमारियों से भी राहत मिली। योग का अभ्यास करने से शरीर को अंदर से भी हम मजबूत रख पाए।