मेला स्थल का एडीजी और एसएसपी ने किया निरीक्षण

कंकरखेड़ा क्षेत्र की मार्शल पिच पर आज शुक्रवार को दशहरा मेले का आयोजन होने जा रहा है। मेला परिसर और सरधना रोड पर आंबेडकर गेट तक करीब दो किमी लंबी सड़क पर काफी दुकानें लगेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 10:00 AM (IST)
मेला स्थल का एडीजी और एसएसपी ने किया निरीक्षण
मेला स्थल का एडीजी और एसएसपी ने किया निरीक्षण

मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा क्षेत्र की मार्शल पिच पर आज शुक्रवार को दशहरा मेले का आयोजन होने जा रहा है। मेला परिसर और सरधना रोड पर आंबेडकर गेट तक करीब दो किमी लंबी सड़क पर काफी दुकानें लगेंगी। इसी के मद्देनजर गुरुवार रात में एडीजी और एसएसपी पुलिस काफिले के साथ मेला स्थल मार्शल पिच पर निरीक्षण करने पहुंचे। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा सुबोध कुमार सक्सेना ने दोनों अफसरों को मेला मैदान का क्षेत्रफल, दुकानों की संख्या, मेला स्थल तक लोगों के आने और जाने वाले मुख्य रास्ते, मैदान में जहां रावण पुतले का दहन होगा उन सभी स्थानों का निरीक्षण कर जानकारी जुटाई। जहां मेला स्थल है, वहां पर कंकरखेड़ा कस्बे के अलावा आसपास के गांवों से भी भारी संख्या में ग्रामीण दशहरा मेले का लुफ्त उठाने पहुंचते हैं, जिस वजह से भारी भीड़ इस मेले में जुटती है। दोनों अफसरों ने इंस्पेक्टर से मेले के दौरान सुरक्षा की ²ष्टि से किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। इंस्पेक्टर ने बताया कि एडीजी और एसएसपी ने मेला स्थल का निरीक्षण कर जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।

नौकरी का लालच दिया, लिंक भेजकर 51 हजार ठगे: एक लाख रुपये की नौकरी लगवाने का लालच देकर शिक्षिका से 51 हजार रुपये ठग लिए गए। रुपये कटने का मैसेज आते ही शिक्षिका ने संबंधित बैंक व थाने में शिकायत की। वहां से उसे साइबर सेल भेज दिया गया। यूआरएल (यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर) के जरिए साइबर सेल की टीम अपराधियों की तलाश कर रही है।

लालकुर्ती थाना क्षेत्र के बकरी मोहल्ला निवासी आशा मौर्या पुत्री रघुनाथ मौर्या निजी विद्यालय में शिक्षिका हैं। उन्होंने कई वेबसाइट्स पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। बुधवार रात उन्हें अज्ञात नंबर से काल आई। कालर ने आशा को अपनी बातों में फंसाकर उनके दस्तावेजों की जानकारी एकत्र कर ली। इसके बाद कालर ने आशा के नंबर पर एक लिंक भेजा। जैसे ही शिक्षिका ने लिंक पर क्लिक किया तो उनके खाते से 15 बार में 51 हजार रुपये कट गए। उन्होंने उस नंबर पर काल करने का प्रयास भी किया, लेकिन नंबर बंद था। साइबर सेल प्रभारी राघवेंद्र सिंह का कहना है कि अपराधियों ने जिस यूआरएल द्वारा रुपये ट्रांसफर किए हैं, इसकी सहायता से आरोपितों की पहचान कर जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।

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