Acid Accident In Meerut: मेरठ में 80 लाख रुपये का टर्नओवर, 20 साल से चल रहा काम, कई स्थानों पर है सप्लाई
Acid Accident In Meerut मेरठ में तेजाब की घटना के बाद कई सवाल खड़े हो गए थे। कैन कहां से आ रही थीं कहां जा रही थीं क्या कोई लाइसेंस है या नहीं। पुलिस ने हालांकि गोदाम मालिकों को पकड़ लिया है। राजस्थान और गुजरात से आता है माल।
अभिषेक कौशिक, मेरठ। मेरठ में रविवार को सड़क पर तेजाब की केन फटने से कई लोग बुरी से झुलस गए। बाजार में खुलेआम जा रहे तेजाब ने सिस्टम की भी पोल खोलकर रख दी। पुलिस पूछताछ में पकड़े गए तेजाब गोदाम के मालिकों ने बताया कि उनका सालाना 80 लाख रुपये का टर्नओवर है। 20 साल से वह इस काम को कर रहे हैं। तेजाब गुजरात और राजस्थान से आता है। इसके बाद शहर से लेकर देहात तक सप्लाई होता है। अब पुलिस अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है, जो गोदाम मालिकों से जुड़े हुए हैं।
कई सवाल खड़े
रविवार दोपहर को लिसाड़ी गेट में हुई बड़ी घटना के बाद कई सवाल खड़े हो गए थे। कैन कहां से आ रही थीं, कहां जा रही थीं, क्या कोई लाइसेंस है, या नहीं। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गोदाम मालिक अभिषेक त्यागी और दिगंबर शर्मा निवासी माधवपुरम को पकड़ लिया। उन्होंने पूछताछ में बताया कि तेजाब ज्वलनशील नहीं है। इससे सोने-चांदी के जेवर पर पालिस की जाती है। उनका सालाना का टर्नओवर करीब 80 लाख रुपये का है। माल वह राजस्थान, गुजरात के साथ अन्य जगहों से भी मंगाते हैं। 20 साल से इसकी सप्लाई शहर से लेकर देहात तक हो रही है। पुलिस ने उनके गोदाम पर सील लगा दी है। उन्होंने जो दस्तावेज दिखाए थे, उनकी जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में सब कुछ अवैध लग रहा है। इसकी जांच एसीएम ब्रह्मपुरी को भी करने के लिए कहा गया है।
जुनैद के पिता ने दी तहरीर
रात में जुनैद के पिता साजिद ने लिसाड़ी गेट थाने में तहरीर दी। उन्होंने कहा कि बेटा डाक्टर के यहां से दवाई लेकर आ रहा था। जैसे ही वह अंजुम पैलेस के पास पहुंचा तभी दर्दनाक हादसा हो गया। इसमें बेटे समेत कई लोग घायल हो गए थे। हादसे के बाद ई-रिक्शा चालक फरार हो गया था। उन्होंने लापरवाही बरतने के मामले में तेजाब मालिक और ई-रिक्शा चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की मांग की।
टायर के नीचे गिरकर क्षार से भरी कैन फटी : एसएसपी
मेरठ : रविवार को अंजुम पैलेस के पास ई-रिक्शा से गिरी केन में तेजाब नहीं, बेस था। यह फोरेंसिक टीम की प्रथम जांच रिपोर्ट में सामने आया कि सड़क पर पड़ा तरल पदार्थ सोडियम हाइड्रोक्लोराइड (क्षार) था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि तेजाब बिना अनुमति के बेचने पर प्रतिबंध है। क्षार बेचने में कोई प्रतिबंध नहीं है। कप्तान ने बताया कि जो गिरा वह क्षार था और तेजाब को अम्ल यानी एसिड कहते हैं। ऐसे में सामने आया कि ई-रिक्शा से सड़क पर गिरा तरल पदार्थ क्षार था। क्षार में तेजाब के कुछ अवयव होते हैं। हालांकि पूरे मामले की विस्तार से जांच के लिए नमूना लेकर निवाड़ी फोरेंसिंग लैब भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट दो से तीन दिन में जाएगी। पुलिस इस मामले की पूरी पड़ताल के बाद कार्रवाई करेगी। उसके बाद भी सभी थानों को आदेश दिया गया है कि बिना अनुमति के तेजाब बेचने वालों पर कार्रवाई की जाए। उनके रजिस्टर भी चेक हों कि तेजाब किसे-किसे बेचा गया है। इसमें लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।