मेरठ: वैदिक कन्या गुरुकुल में छात्राओं को यातनाएं देने का आरोप, जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच

Accused of torturing girl students मेरठ के वैदिक कन्या गुरुकुल शिक्षा न्यास दबथला में लगाया था छात्राओं को यातना देने का आरोप। 22 छात्राओं के हुए बयान पुलिस की जांच में आरोप फर्जी निकला ट्रस्टी ने रची पूरी पटकथा।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 08:58 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 08:36 AM (IST)
मेरठ: वैदिक कन्या गुरुकुल में छात्राओं को यातनाएं देने का आरोप, जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच
वैदिक कन्या गुरुकुल में छात्राओं को यातनाएं देने का आरोप।

मेरठ, जेएनएन। वैदिक कन्या गुरुकुल शिक्षा न्यास दबथला परीक्षितगढ़ में छात्राओं को नग्न कर मुर्गा बनाकर पिटाई करने का मामला पुलिस की जांच गलत पाया गया है। महिला सीओ की मौजूदगी में एसपी देहात ने 22 छात्राओं के बयान दर्ज किए। साथ ही सीसीटीवी फुटेज देखी गई। ऐसा कोई तथ्य पुलिस को नहीं मिला है, जिसमें गुरुकुल के अंदर छात्राओं को यातनाएं दी जाती हो। जांच में सामने आया कि ट्रस्टी विवाद के चलते आचार्य और उनकी पत्नी को फंसाने के लिए पूरी पटकथा रची गई थी।

यह है मामला

परीक्षितगढ़ के दबथला में वर्ष 2019 को वैदिक कन्या गुरुकुल शिक्षा न्यास बनाया गया था। उसके बाद से ही कन्या गुरुकुल को लेकर ट्रस्टी विवाद शुरू हो गया था। आचार्य प्रमोद और उनकी पत्नी सोनिया तथा चंद्रपाल सिंह आर्य एवं हरवीर तालियान में ट्रस्ट को लेकर विवाद अभी कोर्ट में चल रहा है। सोमवार को किठौर के अमरपुर निवासी किसान ने एसएसपी के सामने पेश होकर बताया कि छह सितंबर को उन्होंने अपनी बेटी और भांजी का एडमिशन वैदिक कन्या गुरुकुल शिक्षा न्यास में कराया था। एडवासं के तौर पर 5200 रुपये फीस दी गई थी। एक सप्ताह बाद से ही दोनों छात्राओं की शिकायत आने लगी थी। रविवार को किसान अपनी भांजी को कन्या गुरुकुल से घर ले आया। किसान का आरोप है कि भांजी ने बताया कि कन्या गुरुकुल में उन्हें यातनाएं दी जा रही थी। मुर्गा बनाकर डंडों से पिटाई की जाती है। नहाने के लिए पानी भी पूरा नहीं मिलता है। मासिक धर्म होने पर सभी छात्राओं को शिक्षिका ने नग्न का देखा था। किसान का कहना है कि सभी 24 छात्राओं को प्रताड़ना दी जाती है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने तत्काल ही एसपी देहात केशव कुमार के साथ सीओ पूनम सिरोही को मौके पर भेजा। एसपी देहात की मौजूदगी में सीओ पूनम सिरोही ने सभी मौके पर मौजूद 22 छात्राओं के बयान दर्ज किए। साथ ही कन्या गुरुकुल में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखी। उसके बाद सभी पांच शिक्षिकों के अलग अलग से बयान दर्ज किए गए। उनमें तीन महिला शिक्षिका है। पुलिस की जांच में पूरा मामला एक साजिश के तहत रचा गया था। यानि ट्रस्टी विवाद में आचार्य और उनकी पत्नी को घेरने की पटकथा रची गई थी।

इन्‍होंने बताया...

महिला सीओ की मौजूदगी में सभी 22 छात्राओं के बयान दर्ज किए है। सभी ने कन्या गुरुकुल में यातना देने की बात को अस्वीकार कर दिया है। उसके बाद सभी शिक्षिकाओं से बातचीत की गई। पुलिस की जांच में सामने आया कि कन्या गुरुकुल में ट्रस्ट को लेकर विवाद चल रहा है। उसी विवाद को हवा देने के लिए इस प्रकार का आरोप लगाया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की विस्तार से जांच कर रही है।

- केशव कुमार, एसपी देहात

ट्रस्ट को लेकर चंद्रपाल आर्य और हरवीर तालियान से कोर्ट में विवाद चल रहा है। उन्होंने ही षड़यंत्र के तहत एक सप्ताह के लिए इन दोनों छात्राओं को दाखिला कराया था। एक सप्ताह के समय में ही दोनों के साथ यातनाएं कर दी गई, जबकि बाकी छात्राएं काफी दिनों से कन्या गुरुकुल में पढ़ाई कर रही है। पहले भी कई बार कन्या गुरुकुल को बदनाम करने की उक्त लोग साजिश कर चुके है। पुलिस पूरे मामले की तथ्यों के आधार पर जांच कर कार्रवाई करें।

- प्रमोद आचार्य, कन्या गुरुकुल

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