बागपत में ईपीई पर हो रहे हादसे, हवन का आयोजन कर मांगी दुआ

बागपत में ईपीई पर बड़ागांव से सरफाबाद के बीच अधिकांश दुर्घटनाएं होती हैं। इन दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ईश्‍वर से प्रार्थना करते हुए लोगों ने रटौल अंडरपास के निकट हवन कराया और आहूतियां दीं। हादसों में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति को प्रार्थना की गई।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:58 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 06:58 PM (IST)
बागपत में ईपीई पर हो रहे हादसे, हवन का आयोजन कर मांगी दुआ
दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ईश्‍वर से प्रार्थना करते हुए लोगों ने रटौल अंडरपास के निकट हवन कराया

बागपत, जेएनएन। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर पिछले दो साल में सैकड़ों लोग हादसों का शिकार होकर जिंदगी गंवा चुके हैं। ईपीई पर होने वाली इन दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ईश्‍वर से प्रार्थना करते हुए लोगों ने रटौल अंडरपास के निकट हवन कराया और आहूतियां दीं। इस दौरान भगवान से हादसों में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति को प्रार्थना की गई। ईपीई पर बड़ागांव से सरफाबाद के बीच अधिकांश दुर्घटनाएं होती हैं। यहां दुर्घटनाओं में 100 से अधिक लोग जान गवां चुके हैं। आए दिन हो रहे हादसों पर अंकुश लगाने के लिए रविवार को समाजसेवी प्रमोद गोस्वामी व लोगों ने रटौल अंडरपास के निकट हवन कराकर आहुतियां दीं। साथ ही भगवान से हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा शांति को प्रार्थना की गई। पंडित नवीन नौटियाल ने हवन कराया। कमल गोस्वामी, राजेश्वर त्यागी, सुंदर त्यागी, मुकेश कुमार, महाराज सुशीलपुरी, गीता देवी, भगवती देवी आदि शामिल रहे।  

रफ्तार पर लगाम से घटेगीं दुर्घटनाएं

ईपीई पर एनएचएआइ ने वाहनों की सर्वाधिक रफ्तार 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है। वहीं वाहनों की रफ्तार काफी अधिक है। इसी कारण वाहनों के नियंत्रित नहीं होने पर दुर्घटनाएं होती हैं। आए दिन होने वाले हादसों के बाद भी एनएचएआइ की तरफ से रफ्तार को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है। अगर रफ्तार को घटाया जाए तो दुर्घटनाओं में गिरावट आएगी।

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