मेरठ: दौराला-सरधना फ्लाईओवर की स्ट्रीट लाइटों के टूटे पोल हादसों को दे रहे दावत
दौराला-सरधना रोड स्थित रेलवे फ्लाईओवर पर स्ट्रीट लाइटों के टूटे पोल किसी बड़े हादसे को दावत दे रहे हैं। टूटे पोल पर स्ट्रीट लाइट भी नहीं हैं। टूटे कुछ पोल फ्लाईओवर की तरफ तो कुछ बाहर की ओर मुड़े हुए हैं।
मेरठ, जेएनएन। दौराला-सरधना रोड स्थित रेलवे फ्लाईओवर पर स्ट्रीट लाइटों के टूटे पोल किसी बड़े हादसे को दावत दे रहे हैं। टूटे पोल पर स्ट्रीट लाइट भी नहीं हैं। टूटे कुछ पोल फ्लाईओवर की तरफ तो कुछ बाहर की ओर मुड़े हुए हैं। ऐसे में रात के समय टूटे पोल से टकराने पर बड़ा हादसा हो सकता है।
यह है मामला
दौराला हाईवे-58 से दौराला-सरधना मार्ग पर रेलवे लाइन के ऊपर करीब चार सौ मीटर का फ्लाईओवर बना हुआ है। इस फ्लाईओवर पर 24 घंटे में सैंकड़ों छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं। वहीं दौराला शुगर मिल नजदीक होने की वजह से गन्ने से भरे ट्रक, ट्रेक्टर-ट्राली और भैंसा बुग्गी भी फ्लाईओवर के ऊपर से निकलते हैं। शुरुआत में फ्लाईओवर के ऊपर दोनों तरफ एक दर्जन से अधिक पोल पर स्ट्रीट लाइटों लगाया गया था। मगर, एक-एक कर सभी स्ट्रीट लाइट तो खराब हो गई, वहीं स्ट्रीट लाइटों के पोल भी टूट गए। वर्तमान में एक-दो नहीं करीब सभी पोल टूटे हुए हैं। इनमें से अधिकांश पोल सड़क की ओर मुड़े हुए हैं, वहीं बाकी बाहर की ओर हैं। फ्लाईओवर पर वन-वे ट्रैफिक होने की वजह से इन टूटे पोल की वजह से हादसे होने का डर दिन रात बना रहता है।
वहीं रात के समय फ्लाईओवर के ऊपर सिर्फ वाहनों की लाइट रहती है, ऐसे में किसी वाहन की लाइट एकाएक बंद हो गई तो बड़ा हादसा हो सकता है। इस प्रकरण में दौराला नगर पंचायत चेयरमैन रीमा शर्मा से जानकारी की तो उनका कहना था कि पूर्व में कई बार एनएचएआइ और रेलवे विभाग से स्ट्रीट लाइट ठीक करने की मांग कर चुके हैं, मगर कुछ नहीं हुआ।