राष्ट्रपति के हाथों मिला आरुषि और विनायक को सम्मान
राष्ट्रपति भवन में बुधवार को आयोजित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशभर के 49 हुनरमंद मेधावियों को सम्मानित किया।
मेरठ, जेएनएन: राष्ट्रपति भवन में बुधवार को आयोजित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशभर के 49 हुनरमंद मेधावियों को सम्मानित किया। इस समारोह के लिए खेल उपलब्धियों की कैटेगरी में चयनित दिव्यांग बैडमिंटन खिलाड़ी आरुषि शर्मा और विनायक बहादुर को भी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। दोनों खिलाड़ी सपरिवार इस कार्यक्रम का हिस्सा बने और राष्ट्रपति के हाथों सम्मान पाने का गौरव प्राप्त किया। इस सम्मान के साथ ही दोनों खिलाड़ियों को एक-एक लाख रुपये नगद, एक-एक टेबलेट, पदक, सर्टिफिकेट व प्रशस्ति पत्र मिला है।
गौरवपूर्ण रहा अनुभव
दिल्ली में एक सप्ताह के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे दोनों मेधावियों के लिए पहले दिन राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त करना गौरवपूर्ण रहा। आरुषि के पिता बालकृष्ण शर्मा ने बताया कि आरुषि सम्मान पाकर बेहद प्रसन्न हैं। आरुषि थोड़ा बहुत बोल भी पाती हैं। उन्होंने परिजनों को बताया कि राष्ट्रपति ने उन्हें बधाई दी और गॉड ब्लेस कहा वहीं विनायक के परिजनों के लिए भी यह क्षण बेहद गौरव भरा रहा। विनायक के दादा खगेश बहादुर ने बताया कि तीसरी पीढ़ी के कारण राष्ट्रपति से परिवार को सम्मान मिलता बड़ी बात है और उन्हें बच्चों पर गर्व है।
देखेंगे गणतंत्र दिवस परेड भी
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित इस समारोह में उपस्थित होने के लिए आरुषि व विनायक को आमंत्रित किया गया है। बुधवार के समारोह के बाद गुरुवार 23 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड का फुल ड्रेस रिहर्सल देखेंगे और रात में प्रधानमंत्री के साथ डिनर करेंगे। 24 को प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात और लंच होगा। 25 को दिल्ली दर्शन करेंगे और 26 को गणतंत्र दिवस के समारोह का हिस्सा बनेंगे। 27 को वे वापस लौटेंगे।
ईहा ने साझा किए अनुभव
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से पिछले साल सम्मानित मेरठ की ईहा दीक्षित सहित देश के अन्य सम्मानित बच्चों को इस साल भी दिल्ली में आमंत्रित किया गया है। ईहा ने इस साल सम्मानित बच्चों से अपने अनुभव साझा किए।
नाम : आरुषि शर्मा
दिव्यांगता : मूक-बधिर
पिता : बालकृष्ण शर्मा, प्रिंटिंग वर्क्स, शरदा रोड
माता : ममता शर्मा शिक्षिका, राधा गोविंद पब्लिक स्कूल
भाई : आरव शर्मा, जुड़वा भाई
प्रेरणास्त्रोत : रश्मि शर्मा, मौसी
स्कूल : दीवान पब्लिक स्कूल कैंट
कक्षा : नौ, 14 वर्ष
प्रारंभिक प्रशिक्षण : कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम
प्रारंभिक कोच : प्रभात शर्मा
वर्तमान प्रशिक्षण : गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी, ग्रेटर नोएडा
पहला राष्ट्रीय पदक : 20वें नेशनल गेम्स हैदराबाद 2018 में कांस्य
पहला अंतरराष्ट्रीय पदक : एशिया पेसिफिक यूथ बैडमिंटन चैंपियनशिप मलेशिया 2018 में कांस्य
नाम : विनायक बहादुर
दिव्यांगता : मूक-बधिर
पिता : दीपक बहादुर, मूक-बधिर, विशेष सहायक एसबीआइ कैंट
माता : मीतू बहादुर, मूक-बधिर, गृहणी
दादा : खगेश बहादुर, सेवानिवृत्त जिला जज
प्रेरणा स्त्रोत : स्व. दादी मुन्नी देवी
स्कूल : शांति निकेतन विद्या पीठ
कक्षा : आठ, 14 वर्ष
वर्तमान प्रशिक्षण : शांति निकेतन बैडमिंटन एकेडमी
खेल की शुरुआत : सात साल की उम्र में
राष्ट्रीय पदक : चार स्वर्ण, तीन रजत, एक कांस्य
प्रदेशीय पदक : 10 स्वर्ण, नौ रजत, तीन कांस्य
पुरस्कार : 17वें बिहार दिव्यांग खेल समारोह में अज्ञातशत्रु अवार्ड।