आजा प्यारी सजनी रे.. अटरिया सूनी पड़ी..
शुक्रवार को रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं के बीच चौ. चरण ंिसंह विश्वविद्यालय के बृहस्पति भवन में लोकगीत और लोकनृत्य की मधुर साज और आवाज गूंजती रही। इसमें मेरठ मंडल के चुने हुए प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
मेरठ, जेएनएन। शुक्रवार को रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं के बीच चौ. चरण ंिसंह विश्वविद्यालय के बृहस्पति भवन में लोकगीत और लोकनृत्य की मधुर साज और आवाज गूंजती रही। इसमें मेरठ मंडल के चुने हुए प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को भावविभोर कर दिया। एनएएस कॉलेज की छात्राओं ने लोकगीत 'आजा प्यारी सजनी रे.. अटरिया सूनी पड़ी..' से लोगों को झूमने के लिए विवश कर दिया। वहीं बड़ौत की छात्राओं ने 'सपेरो मारो..', बुलंदशहर की प्रतिभागियों ने 'पीछे हट जा रहे गुजरिया तू साड़ी मटके..' गीत पर नृत्य किया।
युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल विभाग की ओर से आयोजित मंडल स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में मेरठ मंडल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुति दी। इसमें 15 से 29 आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने लोकगीत, लोकनृत्य, शास्त्रीय गायन, एकांकी, एकलनृत्य, एकल सितार, हारमोनियम, समूह गायन, समूह नृत्य और वादन प्रतियोगिताओं में मनमोहक प्रस्तुति दी। मार्शल आर्ट विद्या का भी प्रदर्शन किया। गाजियाबाद के प्रतिभागियों ने 'न्याय देगा कौन' नाटक में कोर्ट की सुनवाई का सफल मंचन किया। सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि विधायक सोमेंद्र तोमर ने कहा कि अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। इसमें अपनी संस्कृति और सभ्यता से परिचित कराते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। निर्णायक मंडल में कनोहर लाल गर्ल्स कॉलेज की संगीत कला की विभागाध्यक्ष डॉ. वेनू वनीता, इस्माइल कॉलेज की डा. रीना गुप्ता, शुभ्रा रहे।
ये रहे विजेता
लोक नृत्य में जनपद मेरठ प्रथम, बुलन्दशहर द्वितीय और बागपत की टीम तृतीय रही। लोकगीत में मेरठ प्रथम और बागपत द्वितीय रहा। एकांकी में गाजियाबाद प्रथम और शास्त्रीय गायन में मेरठ प्रथम रहा। तबला में गौतमबुद्धनगर प्रथम, हारमोनियम में गौतमबुद्धनगर प्रथम, मेरठ द्वितीय और बुलन्दशहर तृतीय रहा। एकल नृत्य और मार्शल आर्ट्स में मेरठ जिला प्रथम रहा।
अब लखनऊ में दिखाएंगे हुनर
उप निदेशक युवा कल्याण विभाग आदित्य कुमार ने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रथम आए प्रतिभागी 16 दिसंबर से 18 दिसंबर तक लखनऊ में राज्य स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम आए प्रतिभागी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे। यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस 12 जनवरी से 16 जनवरी 2020 तक लखनऊ में आयोजित होगी। इस तरह का आयोजन 20 वर्ष में दूसरी बार किया जा रहा है। पहला आयोजन 1999 में हुआ था। संयुक्त विकास आयुक्त रामरक्षपाल यादव ने कहा कि जिस समाज में संस्कृति, संस्कारों, विज्ञान को बढ़ावा दिया जाता है, वह समाज तरक्की करता है। इस प्रतियोगिता से सभी का आत्मविश्वास बढ़ा है। एथलीट पीटी ऊषा को ऐसे ही किसी आयोजन में किसी कोच ने प्रतिभाग करते हुए देखा था। फिर उन्होंने पीटी ऊषा को कोचिंग दी, आज पीटी ऊषा विश्व पटल पर छाई हुई हैं। जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रेम पाल सिंह ने बताया कि इस बार मेरठ और मंडल से अच्छी टीमें चुनी गई हैं, जिनसे बेहतरीन प्रदर्शन करने की उम्मीद है।