जिले में बनेंगे 40 नए बिजलीघर, पविविनिलि का प्रस्ताव तैयार

शहर में रैपिड रेल प्रोजेक्ट समेत विकास की रफ्तार तेज है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास हो रहा है। इससे आने वाले पांच साल में बिजली की मांग अत्यधिक बढ़ जाएगी। इसकी पूर्ति के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने नए बिजलीघरों के निर्माण की कवायद शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:18 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:18 AM (IST)
जिले में बनेंगे 40 नए बिजलीघर, पविविनिलि का प्रस्ताव तैयार
जिले में बनेंगे 40 नए बिजलीघर, पविविनिलि का प्रस्ताव तैयार

मेरठ, जेएनएन। शहर में रैपिड रेल प्रोजेक्ट समेत विकास की रफ्तार तेज है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास हो रहा है। इससे आने वाले पांच साल में बिजली की मांग अत्यधिक बढ़ जाएगी। इसकी पूर्ति के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने नए बिजलीघरों के निर्माण की कवायद शुरू कर दी है। रिवैंप योजना के तहत पूरे जिले में 40 नए बिजलीघर बनाने का प्रस्ताव तैयार हुआ है। इसमें 13 नए बिजलीघर शहरी क्षेत्र के लिए प्रस्तावित किए गए हैं।

गत दो दिनों से पविविनिलि के बिजली अफसर प्रस्तावित 33/11 विद्युत उपकेंद्र के निर्माण के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से भूमि की तलाश में जुटे हैं। विद्युत लाइनों के निर्माण के लिए मुख्य अभियंता पारेषण पश्चिम समेत अन्य उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की गई है। प्रस्ताव लगभग फाइनल अवस्था में है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि लखनऊ मुख्यालय द्वारा तकनीकी परीक्षण व स्वीकृति के बाद प्रस्तावित नए बिजलीघरों के निर्माण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। नए बिजलीघरों का प्रस्ताव अगले पांच साल में शहर-ग्रामीण विकास, बिजली आपूर्ति की जरूरत के आकलन के अनुसार तैयार किया गया है। मुख्य अभियंता संजय आनंद जैन ने कहा कि रिवैंप योजना केंद्र सरकार की है। विकास को देखते हुए अगले पांच साल के हिसाब से काम होना है। नए बिजलीघर, पुराने बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि, ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि समेत बहुत सारे काम होने हैं। नए बिजलीघर बनने से ये होगा फायदा

-बिजलीघर अंतर्गत फीडर छोटे हो जाएंगे। एलटी लाइनें छोटी-छोटी हो जाएंगी। इससे ऊर्जा हानि कम होगी।

-पांच साल में जो लोड बढ़ेगा उसके सापेक्ष विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी। इससे बिजली संकट नहीं खड़ा होगा।

-नए बिजलीघरों से बढ़ती आबादी के हिसाब से बढ़ने वाली बिजली की मांग को पूरा करना आसान होगा।

-ट्रांसफार्मरों पर बिजली की मांग का भार अधिक नहीं होगा। इससे ट्रांसफार्मर व लाइन फाल्ट कम होंगे।

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शहरी क्षेत्र में प्रस्तावित नए बिजलीघर

प्रस्तावित क्षेत्र प्रस्तावित नए बिजलीघर की क्षमता प्रस्तावित नई 33 केवी लाइन

लेडीज पार्क 10 8.50

नगलाबट्टू, किला रोड 20 11

निकट पीएसी शास्त्रीनगर 20 पांच

गोकुल विहार गोलाबड़ 20 14

रजबन कैंट 20 11

सर्किट हाउस 20 10.50

विकासपुरी 10 आठ

लिसाड़ी रोड 10 15

निकट गंगानगर सब स्टेशन प्रथम 10 दो

एनएच-58 बाईपास 20 सात

पल्लवपुरम फेज-वन 10 पांच

नूरनगर 10 आठ

नई बस्ती 10 6.5

(नोट : क्षमता एमवीए यानी मेगा वोल्ट एम्पियर और लाइन किलोमीटर में है)

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