खड़ौली की 25 हजार आबादी को शुद्ध पानी तक मयस्सर नहीं

वार्ड-38 अंतर्गत खड़ौली की लगभग 25 हजार आबादी को कोरोना संक्रमण के दौर में भ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 06:15 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 06:15 AM (IST)
खड़ौली की 25 हजार आबादी को शुद्ध पानी तक मयस्सर नहीं
खड़ौली की 25 हजार आबादी को शुद्ध पानी तक मयस्सर नहीं

मेरठ,जेएनएन। वार्ड-38 अंतर्गत खड़ौली की लगभग 25 हजार आबादी को कोरोना संक्रमण के दौर में भी पीने को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। लाखों खर्च कर सालों पहले बनी पानी की टंकी सूखी पड़ी है। घरों में पानी के कनेक्शन हैं, लेकिन जलापूर्ति की व्यवस्था न होने से लोग हैंडपंप का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। हैंडपंप पीले रंग का पानी उगल रहे हैं। हालात ये हैं कि भाजपा पार्षद टंकी चालू करवाने की गुहार नगर निगम अधिकारियों से लेकर कमिश्नर-डीएम तक से लगा चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनकी गुहार सुनने को तैयार नहीं हैं। पार्षद ने अब मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।

क्षेत्रीय पार्षद रेनू सैनी ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में लिखा है कि खड़ौली में 2009 में पानी की टंकी बनी थी। चार नलकूप भी बनाए गए थे। पानी की पाइप लाइन भी बिछाई गई थी, लेकिन आज तक जलापूर्ति चालू नहीं की गई। इस समय कोरोना महामारी के चलते खड़ौली में बड़ी संख्या में लोग बीमार हैं। उन्हें शुद्ध पानी की जरूरत है, लेकिन वे हैंडपंप का पीला दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इससे उनका स्वास्थ्य और खराब हो रहा है। वहीं पार्षद पति मनोज सैनी ने कहा कि पानी की टंकी चालू कराने को लेकर नगर आयुक्त को दर्जनों पत्र लिख चुके हैं। जलकल और जल निगम अधिकारियों को पत्र भेज चुके हैं। कमिश्नर और जिलाधिकारी को कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने झूठे आश्वासन दिए। इन्होंने कहा-

खड़ौली में पानी की टंकी चालू करवाने को लेकर जल निगम के अधिकारियों से बात की गई है। यहां पर डूडा ने पाइप लाइन डाली थी। टंकी जलनिगम ने बनवाई थी। इसमें कुछ खामियां हैं, जिन्हें दूर किए बगैर जलापूर्ति चालू नहीं की जा सकती है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

कुमार गौरव, महाप्रबंधक जलकल, नगर निगम

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