गंगानगर में 24 प्लाट थे गायब, फिर से हुआ आवंटन
एमडीए की आवासीय कालोनी गंगानगर में 24 आवंटी ऐसे थे जिन्हें प्लाट तो कई साल पहले आवंटित कर दिए गए थे मगर मौके पर वे प्लाट थे ही नहीं।
मेरठ, जेएनएन। एमडीए की आवासीय कालोनी गंगानगर में 24 आवंटी ऐसे थे जिन्हें प्लाट तो कई साल पहले आवंटित कर दिए गए थे, मगर मौके पर वे प्लाट थे ही नहीं। कुछ समय पहले जब ऐसे आवंटी प्लाट पर कब्जा लेने के लिए पहुंचे तो वहां उनको दिया गया प्लाट मौके पर था ही नहीं। ऐसे आवंटियों ने चक्कर काटना शुरू किया। तब जाकर एमडीए ने ऐसे प्लाटों व लेआउट को खंगाला। फिर ऐसे प्लाटों को मिसिग श्रेणी में डालते हुए नए सिरे से आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई। शनिवार को इन आवंटियों को बुलाकर लकी ड्रा से प्लाट आवंटित कर दिए गए। जो प्लाट गायब थे उनमें 14 प्लाट 200 वर्ग मीटर व 10 प्लाट 120 वर्ग मीटर के थे। गौरतलब है कि ऐसे प्लाट इसलिए गायब हुए थे कि लेआउट को ठीक से देखे बिना ही प्लाट नंबर व उनका क्षेत्रफल तय करके बिक्री कर दी गई। जबकि लेआउट में उस स्थान पर सड़क, पार्क आदि बनाए जा चुके थे। लकी ड्रा सचिव चंद्रपाल तिवारी की अध्यक्षता में किया गया। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई। प्रभारी अधिकारी संपत्ति धीरज सिंह आदि मौजूद रहे।
दीपावली पर पति ससुराल नहीं आया, पत्नी नाराज
मोदीपुरम : पहले लाकडाउन में हुई शादी के बाद छोटी-छोटी बातों पर दंपती के बीच कहासुनी शुरू हो गई। दीपावली से एक सप्ताह पूर्व पत्नी मायके चली गई। पत्नी ने फोन कर पति को दीपावली पर मिठाई लेकर मिलने को बुलाया, मगर पति नहीं पहुंचा। इसके बाद दंपती के बीच विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। अब पुलिस दंपती के विवाद को खत्म कर सुलह कराने के जतन कर रही है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र निवासी युवती की शादी पहले लाकडाउन के दौर में रोहटा रोड क्षेत्र निवासी युवक से हुई थी। शादी के कुछ महीने तक तो सबकुछ सही चलता रहा, मगर जब अधिक घरेलू सामान खरीदने पर पति ने अंकुश लगाया तो दंपती में विवाद शुरू हो गया। दोनों पक्षों के लोगों ने पंचायत कर समझौता भी कराया। शनिवार को पुलिस ने दोनों का पक्ष सुना। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना का कहना है कि दंपती के बीच सुलह कराने का प्रयास है, ताकि परिवार टूटने से बच जाए।